गंभीर का आख़िरी दांव, 6 रन से रोमांचक जीत में इंग्लैंड को चटाई धूल, ओवल टेस्ट में पलटा खेल
ओवल टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की रोमांचक जीत के पीछे एक बड़ा रिस्क छुपा था। अगर गौतम गंभीर और शुभमन गिल का प्लान न चलता, तो टीम इंडिया के 4 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पॉइंट्स कट सकते थे।

Sports News: इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट भारत के लिए निर्णायक था। जीत जरूरी थी, वरना वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पॉइंट्स का नुकसान होता। आखिरी दिन टीम इंडिया ने ऐसा प्लान अपनाया जिसने मैच का पासा पलट दिया और फैंस को रोमांचक जीत दी। कैनिंग्टन ओवल में खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को हराकर सीरीज 2-2 से बराबर की।
इस जीत में खिलाड़ियों का जज्बा दिखा, खासकर आखिरी दिन जब वक्त, ओवर रेट और मैच का दबाव एक साथ सामने था। रिपोर्ट्स में सामने आया कि मैच के आखिरी दिन सुबह रेफरी ने टीम इंडिया को संदेश दिया कि वे 6 ओवर पीछे हैं। अगर ओवर रेट सुधरा नहीं, तो 4 पॉइंट्स कट जाएंगे। ये सुनते ही ड्रेसिंग रूम में माहौल तनावपूर्ण हो गया।
गंभीर का फैसला
ड्रेसिंग रूम में मीटिंग बुलाई गई। एक सुझाव था कि ओवर रेट ठीक करने के लिए दोनों छोर से स्पिनर्स को लाया जाए। लेकिन गौतम गंभीर ने कहा जीत सबसे जरूरी है, चाहे पॉइंट्स कट जाएं, और तेज गेंदबाजों से अटैक जारी रखने का फैसला किया। इस फैसले ने टीम में जोश भर दिया। खिलाड़ियों को लगा कि कप्तान और मेंटर जीत के लिए जोखिम लेने को तैयार हैं। दर्शकों में भी रोमांच बढ़ गया क्योंकि तेज गेंदबाज लगातार इंग्लिश बल्लेबाजों पर दबाव डाल रहे थे। मैदान पर हर ओवर के साथ तनाव और उत्साह का मिश्रण बढ़ता जा रहा था।
गिल की सहमति और जोखिम
कप्तान शुभमन गिल ने गंभीर के फैसले पर हामी भरी। प्लान ये बना कि एक छोर से प्रसिद्ध कृष्णा और दूसरी ओर से मोहम्मद सिराज गेंदबाजी करेंगे। ये रणनीति जोखिम भरी थी, लेकिन अगर सफल होती, तो इंग्लैंड को ऑलआउट किया जा सकता था। गिल ने गेंदबाजों को आक्रामक लाइन और लेंथ पर डटे रहने का संदेश दिया। दोनों तेज गेंदबाजों ने इंग्लिश बल्लेबाजों को शॉर्ट और फुल गेंदों के मिश्रण से परखा। हर विकेट के बाद टीम का जोश और बढ़ता गया। यह रिस्क टीम के हक में जाता दिख रहा था।
मैच का रोमांचक अंत
भारत ने पहली पारी में 224 रन बनाए, इंग्लैंड 247 पर आउट हुआ। दूसरी पारी में भारत ने 396 रन बनाए और 374 का लक्ष्य दिया। इंग्लैंड 367 रन पर सिमट गया और भारत ने 6 रन से यादगार जीत दर्ज की। आखिरी विकेट गिरते ही भारतीय खेमे में जश्न का माहौल बन गया। गंभीर और गिल के चेहरे पर राहत और गर्व साफ झलक रहा था। ड्रेसिंग रूम से लेकर दर्शकों तक सबने इस जीत को ऐतिहासिक बताया। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने आखिरी पलों तक संघर्ष किया लेकिन भारत के तेज गेंदबाजों ने हार नहीं मानी। यह नतीजा क्रिकेट इतिहास में रोमांच के लिए याद रहेगा।
गेंदबाजों का जलवा
मोहम्मद सिराज ने मैच में कुल 9 विकेट लिए, जबकि प्रसिद्ध कृष्णा ने 8 विकेट हासिल किए। दोनों ने मिलकर गंभीर और गिल की रणनीति को सफल बना दिया। नतीजा, टीम इंडिया ने न सिर्फ मैच जीता बल्कि 4 पॉइंट्स भी बचा लिए


