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ICC ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों में किए बड़े बदलाव, 2 जुलाई से लागू होंगे नए नियम

आईसीसी ने हाल ही में विभिन्न प्रारूपों के लिए नए नियमों की घोषणा की है और कुछ पुराने नियमों में भी संशोधन किया है. टेस्ट क्रिकेट यानी रेड-बॉल प्रारूप से जुड़े बदलाव वर्तमान विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र में पहले ही लागू हो चुके हैं, जबकि सीमित ओवरों के खेल यानी व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में ये नए नियम 2 जुलाई से लागू होंगे.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने पुरुष क्रिकेट के सभी प्रारूपों में कुछ महत्वपूर्ण नियम परिवर्तनों को स्वीकृति दी है. इनमें कुछ बदलाव पहले से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 सत्र में लागू हो चुके हैं, जबकि एकदिवसीय और टी20 मैचों से जुड़े नियम 2 जुलाई से प्रभावी होंगे.

टेस्ट में स्टॉप क्लॉक की शुरुआत

धीमी ओवर गति पर अंकुश लगाने के लिए अब टेस्ट क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक का प्रयोग होगा. फील्डिंग टीम को एक ओवर समाप्त होने के 60 सेकंड के भीतर अगला ओवर शुरू करना अनिवार्य होगा. देरी पर दो चेतावनियों के बाद, तीसरी बार नियम तोड़ने पर विपक्षी टीम को 5 रन दिए जाएंगे. यह घड़ी हर 80 ओवर के बाद रीसेट होगी.

लार से जुड़ा नया दिशा-निर्देश

गेंद पर लार लगाने पर अब गेंद को तुरंत नहीं बदला जाएगा. अंपायर अब स्थिति का आकलन करेंगे कि लार से गेंद की स्थिति में कोई खास बदलाव हुआ या नहीं. यदि नहीं, तो गेंद वैसी ही खेल में रहेगी, लेकिन बल्लेबाजी टीम को 5 रन का जुर्माना मिल सकता है.

कैच रिव्यू और LBW की नई प्रक्रिया

अब यदि कोई बल्लेबाज कैच आउट दिया जाता है और DRS में बल्ले का संपर्क नहीं मिलता, तो तीसरे अंपायर LBW की भी समीक्षा करेंगे. यदि गेंद पैड से टकराई हो और बॉल-ट्रैकिंग 'अंपायर कॉल' दिखाए, तब भी बल्लेबाज आउट माना जाएगा, जो पहले नहीं होता था.

संयुक्त अपीलों की क्रमिक समीक्षा

अब तीसरे अंपायर अपीलों की समीक्षा उसी क्रम में करेंगे, जिस क्रम में वे हुई थीं. यदि पहली अपील में बल्लेबाज आउट हो जाता है, तो अगली अपील की जरूरत नहीं होगी.

नो-बॉल पर भी कैच की जांच

यदि कोई गेंद नो-बॉल होती है, तब भी थर्ड अंपायर यह जांचेंगे कि कैच वैध है या नहीं. अगर कैच साफ है, तो बल्लेबाजी टीम को केवल नो-बॉल का रन मिलेगा. अगर कैच सही नहीं है, तो रन जोड़ दिए जाएंगे.

जानबूझकर रन न लेने पर सख्त सजा

अगर कोई बल्लेबाज जानबूझकर रन पूरा नहीं करता, तो 5 रन की पेनल्टी के साथ फील्डिंग टीम अगली गेंद पर स्ट्राइकर तय कर सकेगी. हालांकि यदि धोखाधड़ी का उद्देश्य नहीं है, तो रन मान्य रहेंगे.

चोटिल खिलाड़ियों के लिए नए विकल्प

घरेलू क्रिकेट में अब गंभीर बाहरी चोटों (जैसे फ्रैक्चर) पर फुल-प्लेइंग रिप्लेसमेंट की अनुमति दी गई है. यह नियम मांसपेशियों से जुड़ी अंदरूनी चोटों पर लागू नहीं होगा.

वनडे में पुरानी गेंद का वापसी नियम

अब एकदिवसीय मैचों में 35 ओवर के बाद एक ही गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे रिवर्स स्विंग की संभावनाएं बढ़ेंगी और गेंदबाजों को मदद मिलेगी.

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26 June 2025, 03:34 PM IST

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