सर, मैं आपको प्लेइंग इलेवन मैसेज कर दूंगा...संजू सैमसन को 11 में शामिल करने के सवाल पर बोले कप्तान सूर्यकुमार यादव
भारत एशिया कप 2025 की तैयारी में जुटा है, जहां विकेटकीपर की जिम्मेदारी संजू सैमसन और जितेश शर्मा के बीच विवाद का विषय बनी हुई है. कप्तान सूर्यकुमार यादव ने सैमसन पर भरोसा जताया, जबकि टीम इंडिया को अभ्यास की कमी चिंता में डाल रही है. मेजबान यूएई को भी भारत हल्के में लेने के मूड में नहीं है.

Asia Cup 2025: भारत के टी20 अंतरराष्ट्रीय कप्तान सूर्यकुमार यादव इन दिनों सुर्खियों में हैं. एशिया कप 2025 की शुरुआत से पहले यह सवाल लगातार उठ रहा है कि विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी किसे मिलेगी. संजू सैमसन पिछले एक वर्ष से इस भूमिका में हैं, लेकिन जितेश शर्मा का उभार चयनकर्ताओं और मैनेजमेंट के लिए चुनौती बन गया है. भारत अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में मेजबान यूएई के खिलाफ करेगा. अभ्यास सत्र की झलकियां सोशल मीडिया पर खूब देखी जा रही हैं, मगर अब भी स्पष्ट नहीं है कि पहले मैच में विकेटकीपिंग का मौका किसे मिलेगा.
नंबर 6 की चुनौती
उप-कप्तान के रूप में शुभमन गिल का स्थान बतौर ओपनर लगभग तय है. वहीं, अभिषेक शर्मा को भी सलामी बल्लेबाज के रूप में चुना गया है. ऐसे में सैमसन के लिए टीम में सबसे उपयुक्त स्थान नंबर 6 माना जा रहा है. लेकिन यही पोजिशन जितेश शर्मा की भी दावेदारी को मजबूत करती है. इस वजह से दोनों खिलाड़ियों के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है.
सूर्यकुमार का सैमसन पर भरोसा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब सूर्यकुमार यादव से सैमसन की जगह को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, “सर, मैं आपको प्लेइंग इलेवन मैसेज कर दूंगा. हम उसकी पूरी देखभाल कर रहे हैं. कल सही निर्णय लिया जाएगा.” उनके इस बयान से यह साफ है कि टीम मैनेजमेंट सैमसन को लेकर गंभीर है और अंतिम निर्णय सोच-समझकर लिया जाएगा.
यूएई को हल्के में लेने के मूड में नहीं टीम इंडिया
मेजबान यूएई हाल ही में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ त्रिकोणीय श्रृंखला खेल चुका है. भले ही टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई, लेकिन उसके प्रदर्शन ने यह दिखाया कि उसे कमजोर मानना गलती होगी. घरेलू परिस्थितियों में खेलने वाली यह टीम भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है. सूर्यकुमार ने भी उनकी तारीफ करते हुए कहा, “उन्होंने हाल ही में शानदार क्रिकेट खेली है और बड़ी टीमों को कड़ी टक्कर दी है. हम उनके खिलाफ खेलने के लिए बेहद उत्साहित हैं.”
अभ्यास की कमी चिंता का विषय
भारत की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि एशिया कप से पहले टीम को ज्यादा अभ्यास का मौका नहीं मिला. आखिरी बार टीम ने जनवरी में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज खेली थी. उसके बाद खिलाड़ी केवल अपनी-अपनी आईपीएल टीमों के लिए मैदान पर उतरे. यानी लंबे समय बाद पूरा ग्रुप एक साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलेगा. सूर्यकुमार ने इस स्थिति को स्वीकार करते हुए कहा, “जनवरी-फरवरी में हमने टूर्नामेंट खेला था और लड़कों ने आईपीएल का भी आनंद लिया. जून के बाद से टीम ने साथ में क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन यही टूर्नामेंट की चुनौती है. हमें इसे अपनाना होगा और देखना होगा कि शुरुआत कैसी होती है.”


