कितनी है महिला विश्व कप की राशि? भारत या दक्षिण अफ्रीका, जो जीता वही बनेगा मालामाल
महिला वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल 2 नवंबर को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच नवी मुंबई में खेला जाएगा. इस बार आईसीसी ने इनामी राशि 297% बढ़ाई है, कुल 122 करोड़ रुपए से अधिक. विजेता टीम को लगभग 40 करोड़ मिलेंगे. यह महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक पल है.

मुंबईः महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 अपने रोमांचक अंत की ओर बढ़ चुका है. 2 नवंबर को भारत और साउथ अफ्रीका की टीमें नवी मुंबई के डॉ. डीवाई पाटिल स्टेडियम में खिताबी मुकाबले के लिए आमने-सामने होंगी. यह मैच न सिर्फ विश्व चैंपियन तय करेगा, बल्कि महिला क्रिकेट के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी इनामी राशि का गवाह भी बनेगा.
अब तक की सबसे बड़ी इनामी राशि
आईसीसी ने इस बार महिला वर्ल्ड कप के लिए इनामी राशि में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है. पिछले संस्करण की तुलना में इस बार प्राइज मनी 297 प्रतिशत बढ़ाई गई है. यानी इस बार विजेता टीम इतिहास रचने के साथ-साथ करोड़ों रुपए की मालकिन भी बनेगी.
पिछले महिला विश्व कप में कुल इनामी राशि 1.32 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 11.65 करोड़ रुपए) थी. लेकिन इस बार यह बढ़कर कई गुना ज्यादा हो गई है. आईसीसी के चेयरमैन जय शाह की अध्यक्षता में सितंबर 2025 में इस नई इनामी राशि की घोषणा की गई थी.
पुरुष विश्व कप से भी आगे महिला वर्ल्ड कप
महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का इनामी ढांचा अब पुरुष वर्ल्ड कप 2023 को भी पीछे छोड़ चुका है. पुरुष वर्ल्ड कप की कुल पुरस्कार राशि 10 मिलियन डॉलर (लगभग 88.26 करोड़ रुपए) थी. वहीं, इस बार महिला वर्ल्ड कप की कुल प्राइज मनी 122 करोड़ रुपए से भी अधिक रखी गई है. यानी अब महिला क्रिकेट न सिर्फ लोकप्रियता बल्कि आर्थिक स्तर पर भी नई ऊंचाइयों को छू रही है.
महिला वर्ल्ड कप 2025 की इनामी राशि का पूरा ब्योरा
- विजेता टीम: 4.48 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 39.77 करोड़ रुपए)
- उपविजेता टीम: 2.24 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 19.88 करोड़ रुपए)
- सेमीफाइनल में हारने वाली टीमें: 1.12 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 9.94 करोड़ रुपए)
- 5वें और 6वें स्थान पर रहने वाली टीमें: 7 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 6.17 करोड़ रुपए)
- 7वें और 8वें स्थान की टीमें: 2.8 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 2.5 करोड़ रुपए)
- हर टीम के लिए भागीदारी राशि: 2.5 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 2.2 करोड़ रुपए)
- प्रत्येक ग्रुप मैच जीत पर: 34,314 अमेरिकी डॉलर (लगभग 30 लाख रुपए)
महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक पल
यह पहली बार है जब महिला क्रिकेट को इतनी बड़ी आर्थिक मान्यता मिली है. यह न सिर्फ खिलाड़ियों की मेहनत का सम्मान है, बल्कि खेल के वैश्विक स्तर पर बढ़ते प्रभाव का भी प्रमाण है. भारत और साउथ अफ्रीका, दोनों ही टीमें अब तक वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई हैं, ऐसे में विजेता टीम इतिहास के साथ आर्थिक रूप से भी समृद्ध हो जाएगी.
आईसीसी का यह कदम महिला क्रिकेट को और अधिक पेशेवर बनाने की दिशा में बड़ा बदलाव साबित होगा. खिलाड़ियों को अब मैदान पर प्रदर्शन के साथ उनकी मेहनत का सही पुरस्कार भी मिल रहा है.


