पंजाब में ड्रग्स के खिलाफ एक्शन तेज, 10 दिनों में 1400 से ज्यादा लोग गिरफ्तार
भगवंत मान सरकार ने पंजाब को तीन महीने में नशा मुक्त करने का फैसला किया है. इसके तहत राज्य में बड़े पैमाने पर छापेमारी की जा रही है. पंजाब पुलिस ने सोमवार को 500 से अधिक जगहों पर छापेमारी की और 112 नशा तस्करों को अरेस्ट किया है. नशा तस्करों के कब्जे से 1.8 किलोग्राम हेरोइन, 200 ग्राम अफीम, 15 किलोग्राम पोस्त की भूसी, 3,874 नशीली गोलियां या इंजेक्शन और 1.2 लाख रुपये नकद जब्त किए गए.

पंजाब में ड्रग्स के खिलाफ अभियान तेज हो गया है. पंजाब पुलिस ने सोमवार को बताया कि उसने नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान 538 स्थानों पर छापेमारी की और 112 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही अभियान के दौरान की गई कुल गिरफ्तारियों की संख्या मात्र 10 दिनों में 1,436 तक पहुंच गई है. आज की गई छापेमारी में गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 1.8 किलोग्राम हेरोइन, 200 ग्राम अफीम, 15 किलोग्राम पोस्त की भूसी, 3,874 नशीली गोलियां या इंजेक्शन और 1.2 लाख रुपये नकद जब्त किए गए.
यह अभियान डीजीपी गौरव यादव के निर्देश पर चलाया गया . विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि 1600 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 220 से अधिक पुलिस टीमों ने पूरे राज्य में छापेमारी की और दिनभर चले अभियान के दौरान 610 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की.
'ड्रग्स के खिलाफ युद्ध' अभियान
इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि राज्य की मान सरकार ने पिछले 10 दिनों में राज्य में नशे के खिलाफ अपने अभियान में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है. अरोड़ा ने कहा कि 'ड्रग्स के खिलाफ युद्ध' अभियान के तहत पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत 988 एफआईआर दर्ज की हैं.
पिछले 10 दिनों में 1,035 किलोग्राम हेरोइन, अफीम और अन्य सिंथेटिक ड्रग्स जब्त किए गए हैं. अरोड़ा ने बताया कि करीब 6.81 लाख नशीली गोलियां और 36 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं. इसके अलावा, ड्रग तस्करों से जुड़ी करीब 24 इमारतों को ध्वस्त किया गया है.


