Bihar Exit Poll 2025: एनडीए सरकार बनने का अनुमान, किस वजह से जनता ने एक बार फिर जताया भरोसा
बात एग्जिट पॉल की करते हैं, जिसमें एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाया जा रहा है. एग्जिट पॉल सामने आने के बाद एनडीए में जश्न तो महागठबंधन में मायूसी का माहौल तो जरुर होगा. अब सवाल यह उठता है कि अगर एग्जिट पॉल सही साबित होते है, किन कारणों से जनता ने एक बार फिर एनडीए पर भरोसा जताया है.

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तहत दो चरणों में हुए मतदान संपन्न हो गए हैं. मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने के कुछ देर बाद ही एग्जिट पॉल सामने आ गए हैं और अधिकतर एग्जिट पॉल में एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाया जा रहा है. आपको बता दें कि कई बार एग्जिट पॉल और चुनाव आयोग द्वारा जारी आखिरी नतीजों में अंतर देखने को मिलता है. इसलिए यह साफ करना आवश्यक है कि ये अंतिम परिणाम नहीं है. नतीजे 14 नवंबर को सामने आएंगे.
फिलहाल, बात एग्जिट पॉल की करते हैं, जिसमें एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाया जा रहा है. एग्जिट पॉल सामने आने के बाद एनडीए में जश्न तो महागठबंधन में मायूसी का माहौल तो जरुर होगा. अब सवाल यह उठता है कि अगर एग्जिट पॉल सही साबित होते है, किन कारणों से जनता ने एक बार फिर एनडीए पर भरोसा जताया है.
1. प्रधानमंत्री मोदी और सीएम नीतीश के नेतृत्व में एनडीए ने ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार किया है और सौगातों की बौछार दी.
2. एनडीए ने अपनी रणनीति के तहत विकास कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं को केंद्र में रखकर जनता को साधने की कोशिश की.
3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने लगातार बिहार के अलग-अलग जिलों में रैलियां की. उन्होंने लोगों को यह समझाने की कोशिश कि अगर राजद (RJD) की वापसी हुई, तो राज्य में एक बार फिर “जंगल राज”लौट आएगा.
4. एनडीए ने मतदाताओं के लिए कई नई घोषणाएं और वादे किए हैं, जिनमें खासतौर पर महिलाओं को आकर्षित करने पर जोर दिया गया है. इनमें नया व्यवसाय शुरू करने पर 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने और 125 मेगावाट मुफ्त बिजली देने का वादा शामिल है.
5. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया को लेकर भाजपा पर मतदाता सूची से छेड़छाड़ और “वोट चोरी” का आरोप लगाया है. राहुल का कहना है कि भाजपा ने मतदाता सूची में गड़बड़ी की है. वहीं, एनडीए ने पलटवार करते हुए महागठबंधन पर “घुसपैठियों को बढ़ावा देने” और राज्य की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है.
रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग
आपको बता दें कि बिहार में 243 विधानसभा सीटों पर मतदान समाप्त हो गए हैं. अब 14 नवंबर को नतीजे सामने आएंगे. इस विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग की है. मतदाताओं ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 6 नवंबर को पहले चरण में 121 सीटों पर 64.66% वोटिंग हुई थी, जबकि 11 नवंबर को दूसरे चरण में 122 सीटों पर शाम 6 बजे तक 68 फीसदी से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
बराबर सीटों पर चुनाव लड़ रही भाजपा-जदयू
एनडीए गठंबधन में 5 राजनीतिक दल शामिल है. इन बिहार चुनाव में भाजपा व जदयू ने 101-101 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा है. ऐसा पहली बार हुआ है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा और जदयू बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इससे पहले तक जदयू बड़े भाई की भूमिका में होती थी. वहीं, महागठबंधन में राजद-143, कांग्रेस-61, सीपीआईएमएल 20 सीटों पर, वीआईपी 13 सीटों पर, सीपीआई (एम) 4 और सीपीआई 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.


