score Card

महाराष्ट्र में कैंसर अलार्म: 14 हजार से ज्यादा महिलाओं में लक्षण, स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी

महाराष्ट्र के एक जिले में 14 हजार से ज्यादा महिलाओं में कैंसर के लक्षण मिले हैं., हेल्थ मिनिस्टर ने यह भी कहा कि महिलाओं के लिए अलग से किसी कैंसर अस्पताल के निर्माण का प्रस्ताव नहीं है. उन्होंने यह जरूर कहा कि ग्रामीण इलाकों में स्क्रीनिंग की व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा ताकि पता चल सके कि महिलाओं में कैंसर की क्या स्थिति है.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

Cancer in Maharashtra: महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में एक व्यापक स्वास्थ्य जांच अभियान ने चौंकाने वाला खबर सामने लाए हैं. जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू किए गए 'संजीवनी' अभियान के तहत घर-घर जाकर की गई स्क्रीनिंग में लगभग 14,542 महिलाओं में कैंसर के संदिग्ध लक्षण पाए गए हैं. इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं में कैंसर की प्रारंभिक पहचान कर समय पर इलाज सुनिश्चित करना है, ताकि इस जानलेवा बीमारी से होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सके. स्वास्थ्य मंत्री ने इस अभियान की प्रगति पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह पहल जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से निपटने के लिए जागरूकता और प्रारंभिक निदान बेहद जरूरी है. इस अभियान के तहत अब तक की गई जांच में पॉजिटिव पाई गईं 996 महिलाओं को आगे की जांच और इलाज के लिए आगे भेजा गया है.

 कैंसर के खिलाफ एक अनूठी पहल

हिंगोली जिला प्रशासन के तत्कालीन कलेक्टर अभिनव गोयल के निर्देश पर शुरू किया गया 'संजीवनी' अभियान 8 से 27 मार्च के बीच आयोजित किया गया. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने जिले भर में घर-घर जाकर महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की. स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक विशेष प्रश्नावली के माध्यम से 3 लाख से अधिक महिलाओं का सर्वेक्षण किया, जिसमें 10 प्रश्न शामिल थे. इस सर्वेक्षण में 14,542 महिलाओं में कैंसर से संबंधित लक्षणों की पहचान हुई.

शुरुआती जांच में सामने आए केश

इस अभियान के तहत प्रारंभिक जांच में पाए गए कैंसर के संदिग्ध लक्षणों वाली महिलाओं को तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उपकेंद्रों में भेजा गया. वहां की गई जांच में जिन महिलाओं में कैंसर की पुष्टि हुई. इन सभी मरीजों की दूसरी जांच जिला, उप-जिला और ग्रामीण अस्पतालों में की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग ने इस प्रक्रिया को तेज करने और प्रभावित महिलाओं को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के लिए विशेष व्यवस्था की है.

स्वास्थ्य मंत्री का बयान

स्वास्थ्य मंत्री ने इस अभियान की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए समय पर जांच और जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है. 'संजीवनी' अभियान ने न केवल कैंसर के संदिग्ध मामलों की पहचान की है, बल्कि यह भी तय किया है कि प्रभावित महिलाओं को सही समय पर इलाज मिले." उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के अभियान अन्य जिलों में भी लागू किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों को इस बीमारी से बचाया जा सके.

calender
10 July 2025, 05:43 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag