MP में परीक्षा के दौरान बवाल, IAS अधिकारी ने छात्र को मारा थप्पड़, वीडियो वायरल
मध्य प्रदेश के भिंड जिले का एक वायरल वीडियो में IAS अधिकारी संजीव श्रीवास्तव BSC परीक्षा के दौरान एक छात्र रोहित राहटोरे को थप्पड़ मारते हुए दिखाई दे रहे हैं.

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के भिंड जिले से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें जिला मजिस्ट्रेट संजीव श्रीवास्तव एक छात्र को बार-बार थप्पड़ मारते हुए नजर आ रहे हैं. यह घटना अप्रैल 2025 में दीनदयाल डंगरौलिया महाविद्यालय में BSC द्वितीय वर्ष की गणित की परीक्षा के दौरान हुई थी, जिसने सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा छेड़ दी है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव एक छात्र, रोहित राठौर, को उसकी सीट से उठाते हैं और नकल के आरोप में उसे थप्पड़ जड़ रहे हैं.
वायरल वीडियो की सच्चाई
वीडियो में साफ दिखाई देता है कि भिंड के जिला मजिस्ट्रेट संजीव श्रीवास्तव एक परीक्षा हॉल में प्रवेश करते हैं और छात्र रोहित राठौर को उसकी सीट से उठाते हैं. नकल के आरोप में वे छात्र के चेहरे पर कई थप्पड़ मारते हैं. इसके बाद, छात्र को एक अन्य कमरे में ले जाया जाता है, जहां कलेक्टर उसकी उत्तर पुस्तिका कर्मचारियों को सौंपते हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद इस घटना ने विवाद पैदा कर दिया है.
Video: IAS Officer Slaps Student Repeatedly During Exam In Madhya Pradesh pic.twitter.com/B6mRzIiODY
— Lokmanchtoday (@lokmanchtoday) July 12, 2025
छात्र का बयान
रोहित राठौर ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया की आखिर हुआ क्या था. उन्होंने कहा, "मैं शौचालय गया और अपना प्रश्नपत्र मेज पर ही छोड़ गया, लेकिन जब वापस लौटा तो वह गायब था. तभी जिला कलेक्टर आए. जांच के दौरान एक छात्र के पास दो प्रश्नपत्र थे. मैं दूसरी मेज पर बैठा था और मेरे पास कोई प्रश्नपत्र नहीं था. सर ने मुझे खड़ा किया, दो थप्पड़ मारे, फिर नीचे ले गए और फिर से थप्पड़ मारे. मुझे चोट लगी और मैंने अपने पिता, जो एक मेडिकल स्टोर चलाते हैं, से दवा ली. रोहित ने यह भी कहा किया कि उन्होंने प्रश्नपत्र बाहर नहीं भेजा था और उन्हें पूरक अंक मिले हैं, जिसके कारण उन्हें दोबारा परीक्षा देनी होगी.
नकल की सूचना
मीडिया के अनुसार, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने इस घटना पर अपनी सफाई देते हुए, उन्होंने कहा, "हमें कॉलेज में सामूहिक नकल की सूचना मिली थी, जिसके बाद हम वहां गए, लेकिन हमें हैरानी हुई कि सब कुछ सामान्य लग रहा था. परीक्षा हॉल में सब चुपचाप बैठे थे. यह गणित का पेपर था. मैंने देखा कि सिर्फ इसी छात्र के पास उसका प्रश्नपत्र नहीं था. जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने स्वीकार किया कि उसने अपना प्रश्नपत्र हल करने के लिए बाहर भेजा था और उत्तर दूसरों को सुनाने थे." साथ ही उन्होंने कहा, इसमें सभी लोग शामिल थे. वीडियो में दिख रहे व्यक्ति ने अपना पेपर बाहर भेजा था. मैंने जीवाजी विश्वविद्यालय को भी पत्र लिखकर कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.
विवाद और लोगो का राय
इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. कई यूजर्स ने कलेक्टर के व्यवहार को अनुचित और अमानवीय करार दिया, जबकि कुछ ने नकल के खिलाफ सख्त कार्रवाई का समर्थन किया. इस घटना ने प्रशासनिक अधिकारियों की शक्ति और जवाबदेही पर भी सवाल उठाए हैं. रोहित राठौर ने इस घटना के बाद शारीरिक और मानसिक रूप से आहत होने की बात कही, जिसने इस मामले को और गंभीर बना दिया.
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जीवाजी विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर कॉलेज में नकल की घटनाओं पर कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, रोहित राठौर ने अपने बयान में नकल के आरोपों से इनकार किया है और इस घटना के बाद उन्हें मिले पूरक अंकों के कारण दोबारा परीक्षा देने की बात कही है. यह मामला अब प्रशासनिक और शैक्षणिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है.


