जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हाथापाई, वक्फ संशोधन बिल पर BJP-AAP के बीच तीखी झड़प
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वक्फ बिल पर चर्चा को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक बिल पर बहस की मांग कर रहे थे, इसी दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक और भाजपा विधायकों के बीच तीखी बहस के बाद मारपीट हो गई। विवाद के दौरान मलिक कांच की टेबल पर गिर गए। भाजपा ने आरोप लगाया कि मेहराज मलिक गाली-गलौज कर रहे थे.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बुधवार को एक बार फिर गरमागरमी देखने को मिली जब वक्फ बिल को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष आमने-सामने आ गए. बहस इतनी बढ़ गई कि आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक के साथ मारपीट हो गई और वह कांच की टेबल पर गिर पड़े. घटना ने विधानसभा परिसर से लेकर सेंट्रल हॉल तक राजनीतिक तापमान को और बढ़ा दिया.
सदन के भीतर और बाहर दोनों ही जगह माहौल तनावपूर्ण रहा. नेशनल कॉन्फ्रेंस, आप और भाजपा के विधायक अपने-अपने मुद्दों को लेकर आक्रामक दिखे. वक्फ बिल पर चर्चा की मांग ने बहस को इतनी तीखी दिशा दे दी कि सदन को बार-बार स्थगित करना पड़ा.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान जैसे ही सदन शुरू हुआ, नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुबारक गुल और भाजपा के बलवंत सिंह कोटिया समेत कई विधायक अपनी-अपनी सीटों से खड़े हो गए और वक्फ बिल समेत विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा की मांग करने लगे. इसी दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक और भाजपा विधायकों के बीच तीखी बहस छिड़ गई.
विधानसभा परिसर में हाथापाई
बात सिर्फ बहस तक नहीं रुकी, बल्कि विधानसभा परिसर के बाहर हाथापाई की नौबत आ गई. आप विधायक मेहराज मलिक का आरोप है कि भाजपा पुलिस के जरिए उन्हें असेंबली में आने से रोक रही थी. इसी दौरान मलिक ने पीडीपी नेता वहीद परा पर भी निशाना साधते हुए कहा, "मुफ्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू-कश्मीर की दलाली की है और पीडीपी-भाजपा की मिलीभगत है."
कांच की टेबल पर गिरे मेहराज मलिक
विवाद इतना बढ़ गया कि भाजपा विधायकों और मेहराज मलिक के बीच हाथापाई शुरू हो गई. इस धक्का-मुक्की के दौरान मलिक गिर पड़े और कांच की टेबल से जा टकराए. इसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मार्शलों को बुलाया गया और सभी विधायकों को बाहर निकालना पड़ा.
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि पूरा विवाद इसलिए हुआ क्योंकि मेहराज मलिक बार-बार गालियां दे रहे थे और सदन का माहौल खराब कर रहे थे. भाजपा विधायक स्पीकर के आसन के पास धरने पर बैठ गए और उन्होंने विपक्ष पर विधानसभा को अशोभनीय बनाने का आरोप लगाया.
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जताया विरोध
नेकां विधायक नजीर अहमद गुरेजी ने स्पीकर से कहा कि, "आप चाहे तो अपने विशेषाधिकार का प्रयोग कर बहस कर सकते हैं. यह हिंदू-मुसलमान का ड्रामा हो रहा है. रियासत को बर्बाद कर दिया गया है, हमारी पहचान और जमीन छीन ली गई है." इस बयान पर भाजपा विधायक और भड़क गए और सदन का माहौल पूरी तरह से असंतुलित हो गया.
स्पीकर ने की कार्यवाही स्थगित
बढ़ते हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही दोपहर 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. फिलहाल मामले की जांच की मांग की जा रही है, लेकिन विपक्ष व सत्ता पक्ष के बीच तल्खी कम होने के आसार नहीं दिख रहे.


