बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट, सोनिया, खड़गे और राहुल गांधी समेत ये नाम हैं शामिल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कांग्रेस ने फेज-1 के 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है, जिसमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अशोक गहलोत जैसे नेता शामिल हैं. पार्टी ने युवा और ग्रामीण क्षेत्रों पर फोकस करते हुए सचिन पायलट, कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी को भी शामिल किया है. फेज-1 का मतदान 6 नवंबर को होगा और कांग्रेस अपने INDIA ब्लॉक सहयोगियों के साथ समर्थन मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रही है.

पटना : बिहार 2025 के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रहा है, कांग्रेस पार्टी ने रविवार, 26 अक्टूबर को फेज-1 के मतदान के लिए 40 स्टार प्रचारकों की आधिकारिक सूची जारी की. यह कदम पार्टी की राष्ट्रीय नेतृत्व और क्षेत्रीय प्रभावशाली हस्तियों को सक्रिय करके राज्य में अपनी मौजूदगी मजबूत करने की रणनीति को दर्शाता है. इस सूची में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अशोक गहलोत जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं, जो प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में बड़े जनसभा और जनसंपर्क कार्यक्रमों के माध्यम से पार्टी के अभियान का नेतृत्व करेंगे.
केंद्रीय और क्षेत्रीय नेताओं की भूमिका
Congress releases its list of star campaigners for the first phase of the 2025 Bihar Legislative Assembly elections pic.twitter.com/WfwpTuRoKB
— IANS (@ians_india) October 26, 2025
युवा और ग्रामीण क्षेत्रों पर फोकस
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पायलट, कन्हैया कुमार और मेवानी जैसे युवा नेताओं की मौजूदगी युवा वर्ग के जुड़ाव, ग्रामीण सशक्तिकरण और हाशिए पर रहने वाले समुदायों तक पहुंच बढ़ाने की पार्टी की रणनीति को दर्शाती है. पार्टी इस राष्ट्रीय पहचान और स्थानीय संपर्क के संयोजन पर भरोसा कर रही है, ताकि सत्ता में मौजूद एनडीए के संगठनात्मक लाभ का मुकाबला किया जा सके.
बिहार में दो चरणों में मतदान
बिहार विधानसभा के 243 सीटों के लिए चुनाव दो चरणों में होंगे – पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को, जबकि परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे. फेज-1 में बिहार के दक्षिणी और मध्य जिलों को कवर किया जाएगा, जहां कांग्रेस अपने INDIA ब्लॉक सहयोगियों के साथ समर्थन मजबूत करने की कोशिश करेगी. स्टार प्रचारकों की सूची तय होने के बाद, कांग्रेस का सबसे बड़ा परीक्षण अब यह है कि राष्ट्रीय स्तर की पहचान को वास्तविक जमीन पर मतदाता समर्थन में कैसे बदला जाए.


