दिल्ली में कोरोना का कहर: एक्टिव केस 700 पार, 7 मौतों से मचा हड़कंप
कोविड-19 का खतरा देश में फिर मंडराने लगा है. दिल्ली में 10 जून को एक्टिव केस 700 पार पहुंच गए हैं. अब तक 7 मरीजों की मौत हो चुकी है. हालांकि, इन मृतकों को कोरोना के साथ अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं. सरकार ने सतर्कता बरतने की अपील की है.

देश में एक बार फिर कोविड-19 ने दस्तक दे दी है. राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में कोरोना मामलों में अचानक तेजी देखी जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं. अस्पतालों को तैयार रहने का निर्देश दिया गया है और लोगों से मास्क पहनने, भीड़ से बचने और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराने की सलाह दी गई है.
दिल्ली में कोविड केस 700 के पार पहुंच गए हैं. बीते 24 घंटों में कोरोना के 42 नए मरीज सामने आए हैं. राजधानी में अब तक सात लोगों की कोविड से मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग ने कोविड टेस्टिंग बढ़ा दी है और सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है.
महाराष्ट्र, गुजरात और केरल भी प्रभावित
दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र में भी कोविड मामलों में इजाफा हुआ है. वहां केस 600 के आंकड़े को पार कर चुके हैं. वहीं गुजरात में 980 केस और पश्चिम बंगाल में 747 केस रिपोर्ट हुए हैं. केरल सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है, जहां 1,957 एक्टिव केस हैं. यह आंकड़ा अन्य राज्यों की तुलना में कहीं अधिक है.
पूरे देश में सक्रिय मामले और रिकवरी
देशभर में इस समय कुल 6,491 एक्टिव केस हैं. राहत की बात यह है कि अब तक 6,861 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं. हालांकि मौतों का आंकड़ा भी चिंता बढ़ा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार—
- दिल्ली: 7 मौतें
- गुजरात: 2 मौतें
- कर्नाटक: 9 मौतें
- केरल: 15 मौतें
- मध्य प्रदेश: 2 मौतें
- महाराष्ट्र: 18 मौतें
कम प्रभावित राज्य
कुछ राज्य जहां संक्रमण की दर अभी कम है, उनमें अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, त्रिपुरा, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं.
सरकार की तैयारी और चेतावनी
कोरोना की पिछली लहर के भयानक अनुभव को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को अस्पतालों में ऑक्सीजन, जरूरी दवाइयां, और बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. लोगों से कहा गया है कि वे सावधानी बरतें, मास्क पहनें, दो गज की दूरी बनाए रखें और कोविड के किसी भी लक्षण पर तुरंत टेस्ट कराएं. भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की सलाह भी दी गई है. सरकार की कोशिश है कि हालात पहले जैसे न हों और समय रहते नियंत्रण पाया जाए.