उदयपुर में महिला मैनेजर के साथ कार में गैंगरेप, CEO समेत तीन आरोपी गिरफ्तार
राजस्थान के उदयपुर में एक महिला मैनेजर ने अपनी ही कंपनी के शीर्ष पदों पर बैठे लोगों पर चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है.

राजस्थान के उदयपुर में एक निजी आईटी कंपनी से जुड़ा महिला उत्पीड़न का गंभीर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला मैनेजर ने अपनी ही कंपनी के शीर्ष पदों पर बैठे लोगों पर चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है. पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कंपनी के सीईओ, महिला एग्जीक्यूटिव हेड और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है.
सुखेर थाना क्षेत्र से जुड़ा मामला
यह मामला उदयपुर के सुखेर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. पीड़िता उदयपुर की निवासी है और 17 जुलाई से एक निजी आईटी कंपनी में रिक्रूटमेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत थी. उसके अनुसार, 20 दिसंबर को कंपनी द्वारा एंड ऑफ ईयर सेलिब्रेशन और सीईओ के जन्मदिन के उपलक्ष्य में एक पार्टी आयोजित की गई थी. यह कार्यक्रम शोभागपुरा स्थित एक होटल में रात करीब 9 बजे शुरू हुआ और देर रात करीब डेढ़ बजे तक चला. पार्टी के दौरान शराब का सेवन हुआ और लंबे समय तक डांस व मनोरंजन चलता रहा.
पीड़िता का आरोप है कि देर रात उसकी तबीयत अचानक खराब होने लगी. इस पर कुछ लोगों ने उसे घर छोड़ने की बात कही. इसी दौरान महिला एग्जीक्यूटिव हेड ने अन्य सभी मेहमानों को वहां से रवाना कर दिया, जिसके बाद होटल में पीड़िता अकेली रह गई. रात करीब 1:45 बजे उसे उसकी ही कार में बैठाया गया. कार चला रहा व्यक्ति महिला एग्जीक्यूटिव हेड का पति था, जबकि कंपनी का सीईओ भी उसी वाहन में मौजूद था.
सहमति के बिना किया गया कृत्य
पीड़िता का कहना है कि घर छोड़ने के बहाने कार को अलग-अलग जगहों पर घुमाया गया. रास्ते में एक दुकान से सिगरेट जैसी कोई चीज खरीदी गई, जिसे पीड़िता को भी दिया गया. उसे पीते ही वह पूरी तरह बेहोश हो गई. कुछ समय बाद जब उसे आंशिक होश आया, तो उसने खुद को असहज स्थिति में पाया. आरोप है कि इसके बाद सीईओ और महिला एग्जीक्यूटिव हेड के पति ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया. पीड़िता ने बताया कि उसकी सहमति के बिना यह कृत्य किया गया और कई बार अनुरोध करने के बावजूद उसे सुबह करीब 5 बजे घर छोड़ा गया.
अगले दिन जब पीड़िता पूरी तरह होश में आई, तो उसने अपने शरीर पर चोटों के निशान देखे. उसके कुछ निजी सामान भी गायब थे और शरीर के संवेदनशील हिस्सों में दर्द व घाव थे. शक होने पर उसने अपनी कार में लगे डैशकैम की रिकॉर्डिंग चेक की, जिसमें पूरी घटना का ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड मिला.
इसके बाद 23 दिसंबर को पीड़िता ने सुखेर थाने में शिकायत दर्ज कराई. मामले की जांच महिला अपराध की एएसपी माधुरी वर्मा को सौंपी गई. मेडिकल जांच में भी सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हुई है. एसपी योगेश गोयल के अनुसार, पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें कोर्ट में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.


