अब पंजाब नशे से डरेगा नहीं, लड़ेगा – AAP सरकार की 117 विधानसभाओं में नशा मुक्ति यात्राएं, 2 लाख से ज्यादा लोगों की भागीदारी
पंजाब में 'आप' सरकार ने नशे के खिलाफ ऐसा अभियान शुरू किया है जिसमें सिर्फ नेता नहीं, अब गांव-गांव के लोग भी साथ आ गए हैं. एक ही दिन में 117 हलकों में निकलीं 351 नशा मुक्ति यात्राएं और हजारों लोगों ने ली नशे से लड़ने की शपथ. कई गांव खुद को नशा मुक्त घोषित भी कर चुके हैं. जानिए कैसे हर मंत्री, हर विधायक और हर गांव बना इस मुहिम का हिस्सा – पूरी खबर में!

Punjab: पंजाब में नशे के खिलाफ अब सिर्फ सरकार नहीं बल्कि पूरा समाज एकजुट होता नजर आ रहा है. आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से शुरू किया गया 'नशा मुक्ति अभियान' अब एक जनआंदोलन का रूप लेता जा रहा है. मुख्यमंत्री भगवंत मान और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में राज्य के सभी 117 विधानसभा क्षेत्रों में एक ही दिन में 351 नशा मुक्ति यात्राएं निकाली गईं. इन यात्राओं में अब तक 2 लाख से ज्यादा लोग हिस्सा ले चुके हैं.
हर गांव से उठी एक आवाज - “नशा नहीं, विकास चाहिए”
'आप' सरकार ने तय किया है कि पंजाब को नशा मुक्त बनाना है, और इसके लिए मंत्रियों, विधायकों और कार्यकर्ताओं को खुद मैदान में उतारा गया है. हर विधायक और मंत्री ने अपने-अपने हलकों में तीन-तीन गांवों में यात्राएं निकालीं. इन यात्राओं का मकसद लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करना और उन्हें सरकार के ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ अभियान से जोड़ना है.
इन यात्राओं में नेता सिर्फ भाषण नहीं दे रहे बल्कि गांव-गांव जाकर लोगों से संवाद कर रहे हैं, उन्हें शपथ दिला रहे हैं कि वे नशे से दूर रहेंगे और नशा तस्करों का बहिष्कार करेंगे. खास बात यह रही कि कई पंचायतों ने अपने गांवों को ‘नशा मुक्त’ घोषित भी किया.
हर मंत्री बना ‘नशा विरोधी दूत’
इस मुहिम में पंजाब सरकार के तमाम कैबिनेट मंत्री भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने अपने हलके दिड़बा में यात्रा निकाली और कहा, 'नशे के खिलाफ जंग से ही पंजाब की खुशहाली लौटेगी'. मंत्री हरजोत बैंस ने आनंदपुर साहिब में यात्रा निकालते हुए कहा, 'रोजगार और खेल ही युवाओं को नशे से दूर रख सकते हैं.'
मंत्री कुलदीप धालीवाल ने अजनाला में लोगों को संबोधित किया और नशा तस्करों का बहिष्कार करने की अपील की. स्वास्थ्य मंत्री डॉ बलबीर सिंह ने पटियाला के गांवों में जाकर लोगों को नशे के दुष्प्रभाव समझाए.
डिप्टी स्पीकर जय किशन सिंह रोड़ी, स्पीकर कुलतार सिंह संधवां, और मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ समेत कई अन्य नेताओं ने भी अपने-अपने इलाकों में यात्राएं निकालीं.
सिर्फ अभियान नहीं, समाज की जिम्मेदारी भी
इस यात्रा के दौरान पंचायतें भी आगे आकर नेतृत्व कर रही हैं. कई जगहों पर सरपंचों ने सार्वजनिक सभाओं में भाग लेकर गांववासियों को नशे के खिलाफ खड़ा होने की शपथ दिलवाई. लोगों में इस मुहिम को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. कई जगहों पर ग्रामीण खुद आगे आकर नशे के खिलाफ बातें कर रहे हैं और सरकार की इस पहल की खुले दिल से तारीफ कर रहे हैं.
नशा मिटेगा, तब ही पंजाब खिलेगा
इस पूरी मुहिम से साफ है कि पंजाब सरकार अब नशे के खिलाफ सिर्फ नारों से नहीं, जमीनी स्तर पर लड़ाई लड़ रही है. लोगों की भागीदारी इसे और मजबूत बना रही है. अगर यही जोश और जागरूकता बनी रही, तो वह दिन दूर नहीं जब पंजाब एक बार फिर अपने सांस्कृतिक और सामाजिक गौरव के साथ खड़ा होगा - पूरी तरह नशा मुक्त.


