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दिल्ली में 4 मंजिला इमारत ढहने से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 11, सीएम रेखा गुप्ता ने दिए जांच के आदेश

उत्तर पूर्वी जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संदीप लांबा ने बताया कि यह हादसा शनिवार तड़के करीब 2:39 बजे हुआ, जब चार मंजिला इमारत ढह गई और मलबे के नीचे कई लोग फंस गए. पुलिस के अनुसार, इमारत के अंदर 22 लोग थे, जिनमें से ज्यादातर परिवार के सदस्य थे.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शनिवार तड़के सुबह करीब ढाई बजे बजे एक चार मंजिला रिहायशी इमारत ढह गई. इस घटना में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है. राहत और बचाव कार्य अभी जारी है. इस भयावह हादसे में मरने वाले 11 लोगों में से आठ एक ही परिवार के थे. मृतकों में तीन महिलाएं हैं, जबकि चार बच्चों की भी इस हादसे में मौत हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, इस दुर्घटना में 11 अन्य लोगों को गंभीर चोटें आई हैं. घायलों में से छह को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि पांच का अभी भी इलाज चल रहा है. मलबे के नीचे बचे हुए लोगों की तलाश के लिए घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है.

मुस्तफाबाद इमारत ढहने की घटना

उत्तर पूर्वी जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संदीप लांबा ने बताया कि यह हादसा शनिवार तड़के करीब 2:39 बजे हुआ, जब चार मंजिला इमारत ढह गई और मलबे के नीचे कई लोग फंस गए. पुलिस के अनुसार, इमारत के अंदर 22 लोग थे, जिनमें से ज्यादातर परिवार के सदस्य थे. रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों में इमारत के मालिक तहसीन (60) और उनके परिवार के छह सदस्य शामिल हैं, जिनमें उनका बेटा नज़ीम (30), पत्नी शाहिना (28) और उनके बच्चे अनस (6), आफ़रीन (2) और अफ़ान (2) शामिल हैं, साथ ही मालिक की छोटी बहू चांदनी (23) भी शामिल है. अन्य लोगों में दानिश (23) और नावेद (17) शामिल हैं, जो भाई थे, रेशमा (38) और इशाक (75). मालिक के बेटे चांद (25) समेत छह लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि तहसीन की पत्नी समेत नौ अन्य लोग अभी भी चिकित्सा देखभाल में हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को शक है कि ग्राउंड फ्लोर पर दो से तीन दुकानों में चल रहे निर्माण कार्य की वजह से यह हादसा हुआ. स्थानीय लोगों ने इस घटना को पास की एक दुकान में चल रहे नए निर्माण कार्य से भी जोड़ा और आसपास की इमारतों की संरचनात्मक अखंडता पर आशंका जताई.

सीएम रेखा गुप्ता ने जताया दुख

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मुस्तफाबाद में इमारत गिरने की दुखद घटना से बहुत दुख हुआ है. घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें." पूर्व मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी एक्स पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “मैं सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव कार्यों में प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करने की अपील करता हूं.”

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मुस्तफाबाद इमारत ढहने से हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया है.  मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद में इमारत ढहने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं. सीएम गुप्ता ने कहा कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) और अन्य एजेंसियां ​​राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं.

रेक्स्यू ऑपरेशन में आर रहीं दिक्कतें

इस बीच एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बचाव अभियान को लेकर कहा कि यह भीड़भाड़ वाला इलाका  है. एनडीआरएफ के डीआईजी ने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, करीब 12 लोग अभी भी फंसे हुए हैं. हमारी टीम और अन्य एजेंसियां ​​बचाव कार्य में लगी हुई हैं. यह एक भीड़भाड़ वाला इलाका है और हमें भारी मशीनरी की आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि हम लोगों की जान बचा पाएंगे.

दिल्ली विधानसभा उपाध्यक्ष ने एमसीडी पर लगाए आरोप

दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाएगा. मुस्तफाबाद से विधायक बिष्ट ने कहा कि ऐसी घटनाओं ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की पोल खोल दी है और दावा किया कि उन्होंने क्षेत्र के अपने हालिया दौरे के दौरान चेतावनी दी थी. घटनास्थल का दौरा करने के बाद उन्होंने कहा कि तीन महीने पहले, जब मैं चुनाव जीता था. तब इस इलाके का दौरा किया था. बिष्ट ने कहा कि मैंने उस समय कहा था कि यह इमारत दुर्घटना का कारण बन सकती है. मैंने दिल्ली के एलजी (वीके सक्सेना) और एमसीडी कमिश्नर से कहा है कि लापरवाही के लिए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए." उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्तफाबाद में कई दुर्घटना संभावित इमारतें हैं और बिजली कंपनियां गरीबों को बिजली नहीं दे रही हैं. 

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19 April 2025, 06:29 PM IST

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