दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब, आईएमडी ने मंगलवार को हल्की बारिश का जताया अनुमान
दिल्ली में सोमवार को भी वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज की गई. दिल्ली में सुबह से ही शहर घने कोहरे की चपेट में रहा, जिससे दृश्यता काफी घट गई और यातायात पर भी असर पड़ा.

दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को भी वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज की गई. सुबह से ही शहर घने कोहरे की चपेट में रहा, जिससे दृश्यता काफी घट गई और यातायात पर भी असर पड़ा. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार शाम चार बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 301 दर्ज किया गया, जो “बेहद खराब” श्रेणी में आता है.
सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र कौन सा?
सीपीसीबी के समीर ऐप के मुताबिक, शाम छह बजे तक दिल्ली के 38 मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 22 ने वायु गुणवत्ता को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया. आनंद विहार 395 AQI के साथ सबसे प्रदूषित क्षेत्र रहा, जबकि वज़ीरपुर में यह आंकड़ा 385 तक पहुंच गया. हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी भी केंद्र ने ‘गंभीर’ श्रेणी का स्तर पार नहीं किया.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 17.3 डिग्री सेल्सियस रहा. दोनों ही तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक दर्ज किए गए. दिनभर में आर्द्रता का स्तर 94 से 58 प्रतिशत के बीच रहा, जिससे प्रदूषक तत्वों के फैलने की संभावना और कम हो गई.
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) की वायु गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली के अनुसार, दिल्ली के प्रदूषण में परिवहन का योगदान लगभग 13.7 प्रतिशत रहा. इसके अलावा गाजियाबाद ने 10.6 प्रतिशत, मेरठ ने 4.8 प्रतिशत और दिल्ली के स्थानीय उत्सर्जन ने 3.6 प्रतिशत योगदान दिया. शेष 20 प्रतिशत प्रदूषण अन्य स्रोतों से आया.
26 अक्टूबर को मिले सैटेलाइट आंकड़ों से पता चला कि पंजाब में 122, हरियाणा में 8 और उत्तर प्रदेश में 186 स्थानों पर पराली जलाने की घटनाएं दर्ज हुईं, जिससे प्रदूषण का स्तर और बढ़ गया.
मंगलवार को हल्के बदलाव की संभावना
आईएमडी ने मंगलवार को मौसम में हल्के बदलाव की संभावना जताई है. विभाग का कहना है कि मंगलवार को सुबह कोहरा और धुंध बनी रह सकती है, जबकि दिन में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है. अधिकतम तापमान करीब 29 और न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों से सलाह दी है कि वे सुबह और शाम के समय बाहर निकलने से बचें, जब प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक होता है. एजिलस डायग्नोस्टिक्स की कंसल्टेंट बायोकेमिस्ट डॉ. हिनल शाह ने कहा कि सर्दियों में हवा भारी हो जाती है, जिससे प्रदूषक नीचे रुक जाते हैं. यह अस्थमा, एलर्जी और सांस से जुड़ी बीमारियों को बढ़ा सकता है. उन्होंने N95 मास्क पहनने और HEPA फिल्टर वाले एयर प्यूरीफायर के इस्तेमाल की सलाह दी.


