score Card

दिल्ली में भूकंप की तैयारी का रिहर्सल आज, जानिए किन इलाकों में होगी मॉकड्रिल

दिल्ली के 11 जिलों में आज बड़े पैमाने पर भूकंप मॉकड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. इसका मकसद आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखना और लोगों को भूकंप जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए जागरूक करना है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Delhi Earthquake: हाल ही में दुनियाभर में भूकंप के झटकों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. ऐसे में राजधानी दिल्ली में आज एक मेगा मॉकड्रिल आयोजित की जा रही है. इस मॉकड्रिल का उद्देश्य न केवल आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखना है, बल्कि आम लोगों को भी जागरूक और सतर्क बनाना है. यह अभ्यास दिल्ली के 11 जिलों के 55 स्थानों पर किया जाएगा. इसमें सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों की सक्रिय भागीदारी भी देखने को मिलेगी.

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के नेतृत्व में होने वाली इस मॉकड्रिल में भूकंप जैसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षण और प्रतिक्रिया तंत्र की वास्तविकता को परखा जाएगा. मॉकड्रिल सुबह 10 बजे से शुरू होगी और दिनभर चलेगी, जिसमें कई स्थानों पर ट्रैफिक व्यवस्था और आपातकालीन सेवाओं की विशेष व्यवस्था की गई है.

मॉकड्रिल में शामिल होंगी ये एजेंसियां

डीडीएमए के अनुसार, इस अभ्यास में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल, दिल्ली पुलिस, फायर ब्रिगेड, सिविल डिफेंस, स्वास्थ्यकर्मी और अन्य सुरक्षा बलों की भागीदारी होगी. सभी विभाग एक समन्वित योजना के तहत कार्य करेंगे जिससे वास्तविक आपात स्थिति में समयबद्ध और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.

मॉकड्रिल के दौरान इमारतों से सुरक्षित निकासी की प्रक्रिया, घायलों को प्राथमिक उपचार देना, राहत सामग्री का वितरण और बचाव कार्यों का प्रदर्शन किया जाएगा. यह सभी कार्य सजीव तरीके से किए जाएंगे ताकि एजेंसियों की तैयारियों का आकलन किया जा सके.

इन स्थानों पर किया जाएगा अभ्यास

मॉकड्रिल के तहत जिन प्रमुख स्थानों पर अभ्यास होगा उनमें शामिल हैं -

  • मध्य दिल्ली: चंद्रावल वाटर प्लांट, दरियागंज मैन मार्केट, सेंट स्टीफन अस्पताल, राजघाट, प्रगति पावर प्लांट

  • शाहदरा: राजीव गांधी अस्पताल, जीटीबी अस्पताल

  • दक्षिण दिल्ली: एम्स अस्पताल, साकेत कोर्ट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

प्रशासन की तैयारियों की होगी परीक्षा

अधिकारियों के मुताबिक यह अभ्यास प्रशासन की हकीकत को सामने लाएगा कि आपात स्थिति में कौन सी प्रक्रिया कितनी प्रभावी साबित हो सकती है. इसमें पुलिस, फायर डिपार्टमेंट, मेडिकल स्टाफ और एनजीओ की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, जो एक दूसरे के साथ मिलकर मॉकड्रिल को सफल बनाएंगे.

भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील है दिल्ली

दिल्ली भूकंपीय दृष्टिकोण से जोन 4 में आती है, जो इसे काफी संवेदनशील बनाता है. बीते कुछ महीनों में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कई बार भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं. ऐसे में मॉकड्रिल जैसी पहलें न केवल एजेंसियों की तत्परता बढ़ाती हैं, बल्कि आम नागरिकों को भी सिखाती हैं कि आपदा के समय क्या करें और क्या न करें.

नागरिकों से मॉकड्रिल में सहयोग की अपील

डीडीएमए ने नागरिकों से आग्रह किया है कि मॉकड्रिल के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाह या घबराहट से बचें और अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें. यह अभ्यास न केवल प्रशासन को बेहतर बनाता है, बल्कि लोगों में आत्मविश्वास और जागरूकता भी बढ़ाता है.

calender
01 August 2025, 09:00 AM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag