प्रतापगढ़ में जेब खर्च को लेकर झगड़ा, बेटे ने सोते समय पिता पर किया फावड़े से हमला; मौत
प्रतापगढ़ के बटुआ गांव में पॉकेट मनी को लेकर हुए विवाद में बेटे ने पिता विनोद मिश्रा की फावड़े से हत्या कर दी. आरोपी सिद्धार्थ को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. मां ने बताया कि अक्सर पढ़ाई को लेकर बेटे और पिता के बीच मतभेद रहते थे.

UP News: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के हथिगवां थाना क्षेत्र के बटुआ गांव में मंगलवार तड़के एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. रिपोर्ट के अनुसार, जेब खर्च को लेकर हुए विवाद में 20 वर्षीय बेटे ने अपने ही पिता की फावड़े से निर्मम हत्या कर दी. मृतक की पहचान 50 वर्षीय किसान विनोद मिश्रा के रूप में हुई है.
पैसे की मांग बनी विवाद की वजह
पुलिस के अनुसार, आरोपी सिद्धार्थ उर्फ टिंकू लंबे समय से जेब खर्च के लिए पिता से पैसे मांग रहा था. सोमवार दोपहर से ही उसका पिता के साथ झगड़ा चल रहा था. विनोद मिश्रा ने पैसे देने से साफ इंकार कर दिया. इसी बात से नाराज होकर सिद्धार्थ ने रात करीब 2 बजे सोते समय अपने पिता पर पास में रखे फावड़े से कई बार वार किया. सिर और गर्दन पर चोट लगने से विनोद की मौके पर ही मौत हो गई.
चीखें सुनकर पहुंचे परिजन
विनोद की चीख-पुकार सुनकर घर के अन्य सदस्य और पड़ोसी दौड़कर कमरे में पहुंचे. तब तक सिद्धार्थ भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया. तुरंत पुलिस को सूचना दी गई. हथिगवां थाना पुलिस मौके पर पहुंची, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया.
पुलिस की कार्रवाई
कुंडा सीओ अमरनाथ गुप्ता ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है. इस घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है.
क्या बोलीं आरोपी की मां?
मृतक विनोद मिश्रा किसान थे और अपनी पत्नी सुशीला देवी दो बेटों और एक बेटी के साथ रहते थे. उनकी पत्नी ने पुलिस को बताया कि सिद्धार्थ अक्सर पैसों की मांग करता था और बड़े भाई सतीश से तुलना किए जाने पर गुस्सा हो जाता था. सतीश गांव में धार्मिक अनुष्ठान कराने का काम करता है, जबकि सिद्धार्थ का कोई काम नहीं करता था.
पढ़ाई को लेकर भी थे मतभेद
सिद्धार्थ ने पिछले वर्ष इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी. इसके बाद बीए फर्स्ट ईयर में दाखिला लिया था. इसके बावजूद वह पढ़ाई में ध्यान नहीं देता था और अक्सर बेवजह इधर-उधर घूमता रहता था. इसी कारण पिता और बेटे के बीच आए दिन विवाद होता रहता था. मां सुशीला ने बताया कि एक हफ्ते पहले भी उसने पैसों की जिद की थी, जिस पर पिता ने फटकार लगाई थी.
गांव के लोग हैरान
घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया है. ग्रामीणों का कहना है कि परिवार साधारण जीवन जीता था और कभी किसी से दुश्मनी नहीं रखता था. बेटे द्वारा पिता की हत्या ने सभी को हिला कर रख दिया है.


