NDA में फूट का आगाज! इस बड़ी पार्टी ने दिखा दिया अपना तेवर
कर्नाटक में मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) घोटाले को लेकर सियासी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा की हफ्ते भर चलने वाली पदयात्रा का पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल सेक्युलर समर्थन नहीं करेगी. दरअसल, जेडीयू ने इस पदयात्रा से किनारा कर लिया है.

HD Kumaraswamy: केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जनता दल (सेक्युलर) पार्टी ने कर्नाटक में कथित MUDA घोटाले के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नियोजित पदयात्रा से अपना समर्थन वापस ले लिया है. कुमारस्वामी ने विरोध प्रदर्शन के समय और इसे आयोजित करने के भाजपा के एकतरफा फैसले पर नाराजगी व्यक्त की और हासन के पूर्व विधायक प्रीतम गौड़ा को शामिल करने की आलोचना की.
जिनके बारे में उनका दावा है कि इससे देवेगौड़ा परिवार को नुकसान पहुंचा है. एलओपी आर अशोक सहित भाजपा कुमारस्वामी को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए मनाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी और जेडीएस के बीच दरार ने कर्नाटक में उनके गठबंधन की स्थिरता को लेकर चिंता बढ़ा दी है.
हमें BJP की पदयात्रा का समर्थन क्यों करना चाहिए: कुमारस्वामी
एचडी कुमारस्वामी ने इस समय पदयात्रा निकालने की आवश्यकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि बेंगलुरु से मैसूर तक जेडीयू मजबूत है. हमें भाजपा की पदयात्रा का समर्थन क्यों करना चाहिए? जब वे इस बारे में हमें विश्वास में नहीं लेते. चुनाव के दौरान ऐसी राजनीतिक पद यात्राओं के अलग मायने होते हैं. इस पदयात्रा की अभी क्या जरूरत है? मैं भाजपा की हरकतों और JDS के साथ किए गए व्यवहार से आहत हूं. भाजपा की इस पदयात्रा का मुखिया कौन है?
सप्ताह भर चलने वाली पदयात्रा की घोषणा कुमारस्वामी और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी प्रहलाद जोशी सहित दोनों दलों के नेताओं के बीच समन्वय समिति की बैठक के बाद की गई. रविवार को पीसी करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि हमने दो कथित घोटालों पर विस्तार से चर्चा की और पदयात्रा पर फैसला किया.
क्या है एमयूडीए घोटाला?
मैसूर जिले के केसारे गांव में सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती ने नाम करीब तीन एकड़ जमीन थी. MUDU ने विकास कार्यों के लिए इस जमीन का अधिग्रहण किया. इसके बदले MUDA ने पार्वती को 2021 में विजयनगर में 38,283 स्क्वायर फीट का प्लॉट दिया. ये जमीन दक्षिण मैसूर के पॉश इलाके में है. आरोप है कि विजयनगर की जो जमीन पार्वती को दी गई, वो उनके केसारे वाली जमीन से कहीं अधिक महंगी है. इससे एमयूडीए को नुकसान हुआ.