गुजरात पुल हादसे में सरकार का ऐक्शन, कई अधिकारी सस्पेंड, 17 शव बरामद
वडोदरा में हुए भयावह पुल हादसे के बाद राज्य सरकार ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को सड़क और भवन विभाग के चार इंजीनियरों को निलंबित कर दिया.

गुजरात के वडोदरा में हुए भयावह पुल हादसे के बाद राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुरुवार को सड़क और भवन विभाग के चार इंजीनियरों को निलंबित कर दिया. प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर यह कदम उठाया गया. निलंबित अधिकारियों में कार्यपालक अभियंता एनएम नाइकवाला, उप कार्यपालक अभियंता यूसी पटेल और आरटी पटेल व सहायक अभियंता जेवी शाह शामिल हैं.
उच्च स्तरीय जांच के आदेश
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे के बाद उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे. उन्होंने विशेषज्ञों की एक टीम गठित कर पुल की मरम्मत, निरीक्षण और गुणवत्ता जांच जैसे पहलुओं की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था. इस टीम ने घटनास्थल का दौरा कर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सरकार को सौंपी, जिसमें इन चार अधिकारियों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना गया. उसी आधार पर निलंबन की कार्रवाई की गई.
यह हादसा बुधवार, 9 जुलाई को वडोदरा के पादरा क्षेत्र में महिसागर नदी पर बने मुजपुर-गंभीरा पुल का स्लैब अचानक टूटने के कारण हुआ. इस दौरान कई वाहन पुल से नीचे नदी में गिर गए. दुर्घटना के बाद राहत और बचाव कार्य गुरुवार को भी जारी रहे.
पुलिस अधीक्षक रोहन आनंद की प्रतिक्रिया
वडोदरा के पुलिस अधीक्षक रोहन आनंद ने बताया कि अब तक नदी से 17 शव निकाले जा चुके हैं, जबकि तीन से चार लोग अब भी लापता हैं. इस हादसे में नौ लोग घायल हुए थे, जिनमें से पांच को पादरा CHC और वडोदरा के SSG अस्पताल में भर्ती किया गया. चार घायलों को इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है, जबकि तीन अभी भी उपचाराधीन हैं. राज्य सरकार ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे.


