सुहागरात में सामने आया सच, तीन दिन में टूटी शादी: छिपाई गई हकीकत की कीमत
यह मामला 1 दिसंबर को जब दुल्हन के पिता एक पारंपरिक रस्म निभाने ससुराल पहुंचे. वहां बेटी ने उन्हें चुपके से बताया कि दूल्हा खुद कबूल कर चुका है कि वह वैवाहिक संबंधों के लिए शारीरिक रूप से असमर्थ है. यह सुनकर पिता के होश उड़ गए और पूरा परिवार सदमे में आ गया.

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक नवविवाहिता ने शादी के महज तीन दिन बाद तलाक की मांग कर दी. महिला का आरोप है कि शादी की पहली रात उसके पति ने खुद स्वीकार किया कि वह फिजिकली फिट नहीं हूं. पुलिस के अनुसार, इस मामले में दोनों परिवारों के बीच आपसी सहमति से समझौता हो गया है.
महिला के परिजनों का दावा है कि बाद में कराई गई मेडिकल जांच में भी यह पुष्टि हुई कि दूल्हा पिता बनने में असमर्थ है. इसके बाद दुल्हन पक्ष ने शादी में दिए गए उपहार और खर्च की वापसी की मांग की. मामले को लेकर सहजनवा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पुलिस की मध्यस्थता से समाधान निकाला गया.
शादी की पहली रात हुआ खुलासा
कानूनी नोटिस में महिला ने स्पष्ट लिखा है कि मैं ऐसे व्यक्ति के साथ जीवन नहीं बिता सकती जो शारीरिक रूप से अक्षम है. इसकी जानकारी मुझे शादी की पहली रात ही हुई, जब उसने खुद यह बात मुझे बताई. बताया गया कि शादी 28 नवंबर को हुई थी और अगले दिन ‘विदाई’ की रस्म पूरी हुई. मामला 1 दिसंबर को सामने आया, जब दुल्हन के पिता एक पारंपरिक रस्म के लिए ससुराल पहुंचे. वहीं, बेटी ने उन्हें अकेले में पूरी बात बताई. इसके तुरंत बाद महिला को उसके मायके ले जाया गया, बिना ससुराल पक्ष को कोई जानकारी दिए.
इंजीनियर दूल्हा और परिवार
25 वर्षीय दूल्हा सहजनवा क्षेत्र के एक संपन्न किसान परिवार का इकलौता बेटा है और गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) की एक औद्योगिक इकाई में इंजीनियर के रूप में कार्यरत है. शादी रिश्तेदारों के माध्यम से बेलिपार में रहने वाले दुल्हन पक्ष से तय हुई थी.
दूसरी शादी भी रही असफल
3 दिसंबर को दोनों परिवारों की बैठक बेलिपार में एक रिश्तेदार के घर हुई. दुल्हन पक्ष ने आरोप लगाया कि दूल्हे की मेडिकल स्थिति को जानबूझकर छिपाया गया. उन्होंने यह भी दावा किया कि यह दूल्हे की दूसरी शादी थी, जो पहले भी इसी कारण एक महीने के भीतर टूट गई थी.
मेडिकल रिपोर्ट में हुई पुष्टि
दोनों परिवारों की सहमति से दूल्हे को गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया. दुल्हन पक्ष का कहना है कि रिपोर्ट में साफ लिखा था कि वह चिकित्सकीय रूप से अयोग्य है और पिता नहीं बन सकता. हालांकि, शुरुआत में दूल्हे के पिता ने इस रिपोर्ट को मानने से इनकार कर दिया, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा.
पुलिस की मध्यस्थता से समझौता
सहजनवा पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया. दूल्हे के परिवार ने शादी में हुए खर्च के रूप में 7 लाख रुपये और सभी उपहार एक महीने के भीतर लौटाने पर सहमति जताई. इस संबंध में रिश्तेदारों की मौजूदगी में लिखित समझौता भी हुआ. सहजनवा थाने के एसएचओ महेश चौबे ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों परिवार आपस में संपर्क में हैं और मामला आपसी सहमति से सुलझाया जा रहा है.


