खुदकुशी का था इरादा, फिर बेटी को मार डाला, राधिका के पिता का बयान
टेनिस खिलाड़ी और कोच राधिका के पिता ने अपनी बेटी की पसंद के लिए संपति इकठ्ठा करने को लेकर और गांव के लोगों के ताना से परेशान हो कर बेटी की जान ले लिया.

Radhika Yadav Murder Case: टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या है, उनके पिता ने ही की गोली मारकर हत्या कर दी. टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के मामले में जांचकर्ताओं ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. पुलिस के अनुसार, राधिका के पिता दीपक यादव, जो कभी उनकी सबसे बड़ी ताकत थे, लेकिन सामाजिक तानों और पारिवारिक विवाद के चलते यह भयानक कदम उठाया. 25 वर्षीया राधिका यादव, एक उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी थीं, जिन्हें उनके पिता ने टेनिस अकादमी खोलने के लिए ₹2 करोड़ की आर्थिक मदद दी थी. लेकिन, यह कहानी तब भयावह मोड़ लेती है जब दीपक ने अकादमी बंद करने की मांग की, जिसे राधिका ने मना कर दिया. इसके कारण दीपक के मन में गुस्सा और शर्मिंदगी भरी, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने अपनी लाइसेंसी बंदूक से अपनी बेटी पर गोलियां चला दीं.
पिता का समर्थन और सामाजिक ताने
राधिका यादव के पिता दीपक यादव ने शुरू में अपनी बेटी के टेनिस करियर को पूरे दिल से समर्थन दिया था. उन्होंने न केवल उसकी ट्रेनिंग का खर्च उठाया, बल्कि उसे एक टेनिस अकादमी खोलने के लिए भारी-भरकम राशि भी दी. लेकिन हाल ही में वज़ीराबाद के अपने पैतृक गाँव की यात्रा के दौरान दीपक को ग्रामीणों के ताने सुनने पड़े. ग्रामीणों ने कथित तौर पर उन्हें "गिरा हुआ बाप" कहकर तंज कसा, जिसने दीपक के मन में गहरी शर्मिंदगी और गुस्सा भर दिया.
अकादमी बंद करने की मांग और विवाद
गांव वालों के तानों से आहत दीपक ने राधिका से अपनी टेनिस अकादमी बंद करने की मांग की. राधिका, जो अपनी मेहनत और अपने पिता की आर्थिक मदद से इस अकादमी को खड़ा करने में सफल हुई थीं, जिसके कारण इस मांग को मना कर दिया. उन्होंने कहा, "ऐसा करने का कोई मतलब नहीं है, जब उन्होंने मुझे अकादमी शुरू करने में मदद के लिए 2 करोड़ रुपये दिए थे." इस इनकार ने दीपक और राधिका के बीच तनाव को और बढ़ा दिया.
आत्महत्या के विचार से हत्या तक का सफर
पुलिस अधिकारियों के हवाले से मीडिया से बात चात में बताया गया कि इस विवाद के बाद दीपक यादव मानसिक रूप से हिल गए थे. वह शर्मिंदगी और गुस्से के बीच झूल रहे थे. शुरुआती झड़प के बाद तीन दिनों तक वह बेचैन रहे और यहां तक कि उन्होंने आत्महत्या के बारे में भी सोचा. लेकिन, अंततः उन्होंने एक भयानक निर्णय लिया. उन्होंने अपनी बेटी राधिका की हत्या करने का फैसला किया. हत्या का भयावह मंजरघटना उस दिन हुई जब राधिका अपनी मां के जन्मदिन के अवसर पर सुबह साढ़े दस बजे रसोई में खाना बना रही थीं. दीपक यादव ने अपनी लाइसेंसी बंदूक निकाली और राधिका पर पांच गोलियां दाग दीं. इनमें से चार गोलियां राधिका को लगीं, जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इस क्रूर हत्याकांड ने न केवल राधिका के परिवार, बल्कि पूरे समाज को स्तब्ध कर दिया.
पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और दीपक यादव को हिरासत में ले लिया गया है. जांचकर्ता इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर क्या कारण था कि एक पिता, जो कभी अपनी बेटी का सबसे बड़ा समर्थक था, ने इतना भयानक कदम उठाया. सामाजिक दबाव, पारिवारिक विवाद और मानसिक अस्थिरता इस मामले में प्रमुख कारक माने जा रहे हैं.


