उफनती यमुना का पानी निगमबोध घाट परिसर में घुसा, अंतिम संस्कार स्थगित
दिल्ली में लगातार हो रही बारिश के चलते राजधानी के सबसे बड़े और व्यस्ततम श्मशान घाट निगमबोध घाट में बुधवार को यमुना का बाढ़ का पानी घुस आया. इसके बाद प्रशासन को मजबूरन दाह संस्कार की प्रक्रिया रोकनी पड़ी.

Nigambodh Ghat: दिल्ली में लगातार हो रही बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिसका असर अब अंतिम संस्कार स्थलों पर भी दिखाई देने लगा है. राजधानी के सबसे बड़े और व्यस्ततम श्मशान घाट निगमबोध घाट में बुधवार को यमुना का बाढ़ का पानी घुस आया. इसके बाद प्रशासन को मजबूरन दाह संस्कार की प्रक्रिया रोकनी पड़ी.
एमसीडी के अधिकारियों ने बताया कि शाम से नए अंतिम संस्कार करना संभव नहीं हो पाया. केवल वे ही संस्कार पूरे किए गए जो पहले से शुरू हो चुके थे. निगमबोध घाट, लाल किले के पीछे रिंग रोड पर स्थित है और यहां एक साथ 42 चबूतरों पर अंतिम संस्कार की सुविधा मौजूद है. पानी भरने से यह पूरी व्यवस्था प्रभावित हो गई है.
लगातार बारिश से बिगड़े हालात
दिल्ली सोमवार से लगातार भारी बारिश की चपेट में है. जलभराव और यातायात जाम ने राजधानी के सामान्य जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. बुधवार दोपहर तक यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई. प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है.
हालांकि, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों को आश्वस्त किया कि स्थिति नियंत्रण में है और राजधानी फिलहाल किसी बड़े खतरे में नहीं है. उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्यों पर सरकार पूरी तरह नज़र बनाए हुए है.
आईएमडी का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार तक और बारिश की संभावना जताई है. पूर्वानुमान के अनुसार, राजधानी में बादल छाए रहेंगे और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान करीब 24 डिग्री सेल्सियस रह सकता है.
वायु गुणवत्ता में सुधार
लगातार बारिश का एक सकारात्मक असर दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर भी देखने को मिला है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, बुधवार शाम 4 बजे तक राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 57 दर्ज किया गया, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है. सीपीसीबी के मानक के अनुसार, 0-50 को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’ और उससे ऊपर की श्रेणियों को धीरे-धीरे ‘मध्यम’ से ‘गंभीर’ तक वर्गीकृत किया जाता है.


