MP: रतलाम में 35 साल की महिला ने रचाई निकाह की ज़िद, 17 साल के नाबालिग से करना चाहती है शादी
रतलाम में 35 वर्षीय महिला ने 17 साल के नाबालिग से निकाह करने की जिद में उसके घर पहुंचकर जमकर हंगामा किया. महिला पहले दो निकाह कर चुकी है. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया. मामला पॉक्सो एक्ट में दर्ज हुआ है.

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 35 वर्षीय महिला ने 17 साल के नाबालिग लड़के से शादी करने की ज़िद पकड़ ली. यह घटना हाट की चौकी क्षेत्र की है. महिला शादी को लेकर इस हद तक अड़ी रही कि वह सीधे लड़के के घर पहुंच गई और वहां जमकर हंगामा किया. महिला का दावा है कि वह उस नाबालिग से निकाह करना चाहती है और इसके लिए वह किसी भी हद तक जाने को तैयार है.
पुलिस की जांच में सामने आया है कि महिला इससे पहले दो बार शादी कर चुकी है. उसका पहला पति बीमारी के चलते दुनिया से चला गया और दूसरे पति से तलाक हो चुका है. पुलिस के अनुसार महिला का दूसरा पति भी मात्र 17-18 वर्ष का था और उससे उसके दो बच्चे हैं. अब वह तीसरा निकाह भी एक नाबालिग से करना चाहती है, जिसे वह पिछले एक साल से जानती है.
लड़के को बहला-फुसलाकर कर रही थी गलत काम के लिए प्रेरित
रतलाम डीडी नगर थाना प्रभारी मनीष डावर ने मीडिया को जानकारी दी कि महिला नाबालिग को बहकाकर उसे शादी के लिए राज़ी करने की कोशिश कर रही थी. इतना ही नहीं, वह लड़के को गलत कार्यों के लिए भी उकसा रही थी. इसकी जानकारी जब नाबालिग के परिवार को लगी तो उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला को हिरासत में लिया और कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया.
शादी समारोह में हुई थी मुलाकात
नाबालिग के पिता ने बताया कि करीब एक साल पहले उनके बेटे की इस महिला से एक शादी समारोह में मुलाकात हुई थी. इसके बाद महिला अक्सर फोन करती और बेटे को अपने घर बुलाती थी. जब पिता को संदेह हुआ, तो उन्होंने महिला से बात की लेकिन उसने पहले तो किसी भी संबंध से इनकार किया. अब वह खुलकर उनके घर आकर निकाह की मांग कर रही थी, जिससे परिवार परेशान हो गया.
पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में मामला दर्ज
फिलहाल दीनदयाल नगर पुलिस ने महिला के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि महिला का व्यवहार संदिग्ध था और उसकी गतिविधियों की गंभीरता को देखते हुए जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है. नाबालिग के परिवार की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जा रही है.


