भड़काऊ नारे, महिला के साथ छेड़छाड़...नागपुर में प्रदर्शन के दौरान क्या क्या हुआ? FIR में खुलासा
Nagpur Violence: गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज एक प्राथमिकी में खुलासा हुआ है कि पिछले सप्ताह नागपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के दौरान मौजूद एक दंगाइयों ने ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिस अधिकारी के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की थी. इसके अतिरिक्त, रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि कुछ आरोपियों ने भड़काऊ नारे भी लगाए और जानबूझकर क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश की.

Nagpur Violence: नागपुर में सोमवार को हुई हिंसा को लेकर गणेशपेठ पुलिस स्टेशन एक मामला दर्ज कराई थी. इस एफआईआर में कई खुलासे हुए हैं. बुधवार को एक्सेस की गई एफआईआर में विस्तृत रूप से बताया गया है कि कैसे आरोपी ने महिला अधिकारी की वर्दी खींची और उसे अनुचित तरीके से छूने का प्रयास किया. घटनास्थल पर तैनात रैपिड कंट्रोल पुलिस (आरसीपी) दस्ते का हिस्सा अधिकारी ने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की सूचना दी. उसकी शिकायत के बाद, शामिल बदमाशों के खिलाफ एक औपचारिक मामला दर्ज किया गया.
सोमवार को विहिप और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों द्वारा औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर नागपुर में प्रदर्शन किया. इस हिंसक घटना में पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं और करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है. प्रदर्शन के दौरान महिला पुलिस कर्मचारियों के साथ छेड़छाड़ की कोशिश भी की गई. मामले की जांच जारी है और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
FIR में क्या हुआ खुलासा
गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR में छेड़छाड़ के आरोपों के अलावा, शिकायत में यह भी दावा किया गया है कि आरोपियों ने मौके पर मौजूद अन्य महिला पुलिसकर्मियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया. भीड़ ने कथित तौर पर अश्लील इशारे किए और भद्दे कमेंट भी किए जिससे ड्यूटी पर मौजूद अधिकारियों को डराने की कोशिश की गई.
हिंसा को लेकर पांच एफआईआर दर्ज
नागपुर में हुई हिंसा को लेकर पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं. यह हिंसा महाराष्ट्र से औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर विहिप और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों के राज्यव्यापी प्रदर्शन के बाद हुई थी. इस मामले में करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की पहचान की जा रही है.
औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद
नागपुर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने विहिप और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. गणेशपेठ थाने में महाराष्ट्र और गोवा के विहिप प्रभारी सचिव गोविंद शेंडे और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
विहिप ने दावा किया है कि हिंसा पूर्व नियोजित थी और इसका कारण एक मस्जिद से की गई अपील थी, जिसके बाद सोमवार को भीड़ एकत्र हो गई. विहिप के धर्म प्रसार प्रमुख राजकुमार शर्मा ने कहा कि यह अपील चिटनिस पार्क के पास स्थित एक मस्जिद से की गई थी, जिससे प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़की


