एनडीएमसी के एक्शन से कनॉट प्लेस में मचा हड़कंप, प्रॉपर्टी टैक्स न चुकाने पर 13 संपत्ति अटैच, जानें क्या बोले लोग
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने कनॉट प्लेस में लगातार दो दिनों तक टैक्स रिकवरी अभियान चलाया. इस दौरान एनडीएमसी ने कनॉट प्लेस में 13 संपत्तियों को जब्त कर लिया. इस बीच कनॉट प्लेस में 76 साल पुराने एक रेस्टोरेंट के पार्टनर सुनील मल्होत्रा ने दावा किया कि एनडीएमसी ने उनके प्रतिष्ठान को सील कर दिया और बिजली की आपूर्ति काट दी. उन्होंने कहा कि हमें कोई नोटिस नहीं दिया गया है.

नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने कनॉट प्लेस में लगातार दो दिनों तक टैक्स रिकवरी अभियान चलाया. इस दौरान एनडीएमसी ने कनॉट प्लेस में 13 संपत्तियों को जब्त कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि इनमें ब्लॉक ए, बी, डी और ई में स्थित प्रसिद्ध प्रतिष्ठान शामिल हैं, जिनमें रेस्तरां, कपड़ों की दुकानें और एक्सेसरीज आउटलेट शामिल हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि हमने बकाया राशि का भुगतान न करने के बारे में डिफॉल्टरोंको नोटिस भेजा था. उन्हें जवाब देने के लिए एक महीने का समय भी दिया गया था, लेकिन जब दूसरी तरफ से कोई जवाब नहीं आया, तो उनकी संपत्तियां एनडीएमसी अधिनियम की धारा 100 (1) के तहत जब्त कर ली गईं.
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
संपत्तियों की जब्ती के बाद पांच जमीन मालिकों ने बकाया राशि के रूप में 6 करोड़ रुपये जमा किए. लेकिन हम उनकी संपत्ति तब तक रिलीज करेंगे, जब तक कि वे 31 मार्च तक अपने सभी बकाया भुगतान का लिखित आश्वासन नहीं देते. उन्हें असेसमेंट रिकॉर्ड देखने के लिए भी आमंत्रित किया जा रहा है, अगर गणना की गई राशि के बारे में कोई संदेह है. अधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी.
3,200 डिफॉल्टरों की पहचान
बता दें कि इस साल एनडीएमसी ने लगभग 3,200 डिफॉल्टरों की पहचान की, जिन्होंने पिछले तीन वर्षों में करीब 200 करोड़ रुपये का प्रॉपर्टी टैक्स नहीं चुकाया और उन्हें नोटिस जारी किए. यह पहल चालू वित्त वर्ष के दौरान संपत्ति कर संग्रह को बढ़ाने के प्रयासों का हिस्सा है.
लोगों ने एनडीएमसी की कार्रवाई पर उठाए सवाल
कनॉट प्लेस में 76 साल पुराने एक रेस्टोरेंट के पार्टनर सुनील मल्होत्रा ने दावा किया कि एनडीएमसी ने उनके प्रतिष्ठान को सील कर दिया और बिजली की आपूर्ति काट दी. उन्होंने कहा कि हमें कोई नोटिस नहीं दिया गया है. लेकिन हम उन्हें बार-बार एक अलग संपत्ति पहचान संख्या जारी करने के लिए लिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि एनडीएमसी के अनुसार, काउंसिल पूरी संपत्ति का असेसमेंट कर रही है और हमारे हिस्से को हमारे कब्जे वाले हिस्से के आधार पर विभाजित कर रही है. लेकिन पत्राचार मकान मालिक के साथ किया जाता है, न कि किरायेदारों के साथ. इसलिए हम कर योग्य राशि के हमारे हिस्से की गणना करने या हमें एक अलग आईडी जारी करने के लिए अपनाई गई विधि को साझा करने के बारे में सवाल उठा रहे हैं.
पूरे शहर में लागू हो एक ही मैथड
नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने बताया कि उनके विरोध और कई वर्षों से परिषद के साथ कई संवादों के बावजूद, संपत्ति कर की गणना "यूनिट एरिया मैथड" के बजाय 'कम्पेरबल रेंट मैथड' का उपयोग करके जारी रही. उन्होंने एनडीएमसी के अप्रोच पर सवाल उठाया और सुझाव दिया कि पूरे शहर में एक ही कर मैथड लागू होना चाहिए. भार्गव ने कहा कि इस मामले पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को सदस्यों के साथ एक आम बैठक बुलाई गई थी. एनडीएमसी का लक्ष्य 2024-25 में संपत्ति कर से 1,150 करोड़ रुपये कलेक्शन करना है, जबकि 2023-24 में 1,030 करोड़ रुपये का कलेक्शन हुआ था.


