बाधाएं आती हैं आएं...अब हर विधानसभा में होगी सुनवाई, हमले के बाद सीएम रेखा गुप्ता ने किया बड़ा ऐलान
जनसुनवाई के दौरान हमले के बाद भी दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जनसेवा का संकल्प दोहराया. उन्होंने 'आपकी मुख्यमंत्री, आपके द्वार' कार्यक्रम की घोषणा की. कविता के ज़रिए साहस दर्शाया, पिता की सीख को याद किया और घायल अवस्था में भी कार्य जारी रखा, जिससे उनका जज़्बा और जनसंपर्क की प्रतिबद्धता साफ झलकी.

Delhi CM: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर बुधवार को हुई जनसुनवाई के दौरान हमला एक चौंकाने वाली घटना रही, जिसने राज्य की राजनीति को एक बार फिर गर्मा दिया है. लेकिन इस हादसे के बावजूद मुख्यमंत्री ने पीछे हटने के बजाय, जनसेवा की दिशा में और अधिक सक्रिय कदम उठाने का ऐलान किया है.
हर विधानसभा में जनसुनवाई
हमले के अगले ही दिन सीएम रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया पर एक अहम घोषणा की. उन्होंने लिखा कि अब जनसुनवाई केवल उनके निवास स्थान पर नहीं, बल्कि दिल्ली की हर विधानसभा में ‘आपकी मुख्यमंत्री, आपके द्वार’ नामक कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित की जाएगी. इसका उद्देश्य आम लोगों से सीधे संवाद को और अधिक प्रभावशाली और व्यापक बनाना है.
मैं जब कॉलेज में थी, तब पापा ने मुझे कार चलाने के लिए दी। एक दिन बड़ा एक्सीडेंट हो गया। मैं डर गई और मुझे दुबारा कार को हाथ लगाने से डर लगने लगा। तब पापा ने कहा कि जीवन में दुर्घटनाएँ होती रहती हैं, डरकर रुकना नहीं है। आप रास्ते पर चलना नहीं छोड़ सकती।
आज उनकी वही सीख फिर याद आ… pic.twitter.com/gAPDhirjK8— Rekha Gupta (@gupta_rekha) August 21, 2025
कविता में झलकी सीएम की भावना
सीएम ने एक प्रेरणादायक कविता पोस्ट की, जिसमें उन्होंने कठिनाइयों का सामना करने के अपने जज़्बे को दर्शाया. कविता की कुछ पंक्तियाँ जैसे “बाधाएं आती हैं आएं...” यह दर्शाती हैं कि वे हर संकट को अवसर में बदलने का हौसला रखती हैं.
हादसे की याद ने दिलाई पिता की सीख
रेखा गुप्ता ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए लिखा कि कॉलेज के समय एक बार कार दुर्घटना के बाद वे डर गई थीं, लेकिन उनके पिता ने उन्हें समझाया कि दुर्घटनाएं जीवन का हिस्सा हैं, और रुकना नहीं है. आज, जब एक नई चुनौती सामने आई, तो उन्हें वही शिक्षा फिर याद आई. उन्होंने कहा कि दिल्ली के लिए उनका हर क्षण समर्पित है, और वे पीछे नहीं हटेंगी.
महिलाओं की दोहरी ताकत पर दिया जोर
मुख्यमंत्री ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि महिलाओं को समाज में बार-बार खुद को साबित करना पड़ता है, और यह संघर्ष उन्हें अंदर से और भी मजबूत बनाता है. उन्होंने यह भी कहा कि वे इन तमाम चुनौतियों के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
घायल अवस्था में भी जारी रखा काम
रेखा गुप्ता ने जनसेवा सदन से अपनी घायल अवस्था में काम करते हुए तस्वीर साझा की और यह संदेश दिया कि कोई भी हमला उन्हें अपने कर्तव्य से विचलित नहीं कर सकता. इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर खासा ध्यान खींचा और लोगों ने उनके हौसले की सराहना की.


