हरियाणा के नूंह में पार्किंग विवाद को लेकर आपस में भिड़े दो समुदाय, पथराव और आगजनी से मचा हंगामा
हरियाणा के नूंह जिले में मंगलवार शाम वाहन पार्किंग को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद देखते-देखते दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प में बदल गया. इस दौरान पथराव, झुग्गियों में आगजनी और एक मोटरसाइकिल को जलाने की घटनाएं हुईं, जिसमें चार लोग घायल हो गए और 12 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

Nuh violence: हरियाणा के नूंह जिले में मंगलवार शाम दो समुदायों के बीच झगड़ा बढ़कर हिंसक झड़प में बदल गया. इस दौरान पथराव, आगजनी और वाहनों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं सामने आईं. घटना में कम से कम चार लोग घायल हो गए, जबकि एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस के मुताबिक, मामला वाहन पार्किंग को लेकर शुरू हुआ था, जो देखते-देखते बवाल में बदल गया.
सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रण में ले लिया. झगड़े के दौरान कई झुग्गियों में आग लगा दी गई, जिससे इलाके में तनाव फैल गया. इस घटना के चलते हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर लंबे समय तक भारी जाम भी लगा रहा. पुलिस ने मामले में 12 लोगों को हिरासत में लिया है और 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
पार्किंग विवाद से भड़की हिंसा
पुलिस के अनुसार, मंगलवार शाम लगभग 4 बजे मुण्डाका और हाजीपुर गांव के दो युवकों के बीच सड़क पर वाहन खड़ा करने को लेकर विवाद हुआ. इस दौरान दोनों ओर से 4-5 युवक इकट्ठा हो गए और कहासुनी के बाद मारपीट शुरू हो गई. पुलिस का कहना है कि कुछ शरारती तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन समय पर पुलिस के पहुंचने से स्थिति बिगड़ने से पहले ही काबू में आ गई.
नूंह के एसपी राजेश कुमार ने कहा, "करीब 4 बजे सड़क पर दो युवकों के बीच विवाद हुआ... दोनों पक्षों के 4-5 युवक इकट्ठा हो गए, जिससे झगड़ा शुरू हो गया... इस दौरान कुछ शरारती तत्वों ने शांति भंग करने की कोशिश की. पुलिस समय रहते मौके पर पहुंच गई और स्थिति को बिगड़ने से पहले नियंत्रित कर लिया गया."
30-40 लोगों पर FIR, हिरासत में 12
घटना को लेकर पुलिस ने 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ हिंसा भड़काने का मामला दर्ज किया है. इसके साथ ही 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि माहौल फिर से न बिगड़े.
नूंह का संवेदनशील इतिहास
नूंह जिला पहले भी साम्प्रदायिक तनाव का केंद्र रहा है. जुलाई 2023 में यहां विश्व हिंदू परिषद (VHP) की शोभायात्रा पर भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसमें दो होमगार्ड, एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे.
घटना के बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (NCM) ने कहा था कि प्रशासन की ओर से ‘कोई विफलता’ नहीं हुई, लेकिन कुछ कमियां जरूर थीं. आयोग के अनुसार, नूंह की हिंसा संगठित अपराध नहीं थी, बल्कि कुछ युवाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काया गया था.
NCM प्रमुख इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा, घटना निराशाजनक थी, लेकिन यह संगठित अपराध नहीं था. सोशल मीडिया के दुरुपयोग से हालात बिगड़े. स्थानीय मुसलमानों ने मंदिरों और हिंदुओं ने मस्जिदों की रक्षा की.


