बिहार में पुलिस अफसरों की हत्या से सियासी तूफान, क्या बिहार में अपराधी हो चुके हैं बेलगाम?
बिहार के मुंगेर और अररिया जिलों में दो दिन के अंदर दो पुलिस अफसरों की हत्या ने राज्य में एक बार फिर से अपराध की भयावह स्थिति को उजागर किया है. पहले अररिया में पुलिस अफसर ASI को भीड़ ने मार डाला और अब मुंगेर में भी एक ASI की हत्या कर दी गई. इस घटना ने बिहार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं.

Bihar: बिहार का नाम कभी महात्मा बुद्ध, चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक और गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह जैसे महान व्यक्तित्वों से जुड़ा था, लेकिन अब यह अपराध और असुरक्षा का प्रतीक बन चुका है. सड़कें टूटी हुई हैं, बेरोजगारी बढ़ी है, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था दम तोड़ रही है, और कानून व्यवस्था का हाल खस्ता है. आए दिन हत्या, अपहरण, लूट और गैंगवार की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे आम आदमी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है.
मुंगेर में एक और ASI की हत्या ने बिहार को झकझोर दिया है. पुलिस अधिकारी संतोष कुमार को दो पक्षों के झगड़े को सुलझाने के लिए भेजा गया था, लेकिन वहां उन पर धारदार हथियार से हमला किया गया, जिससे उनकी मौत हो गई. तीन दिन पहले अररिया में भी एक ASI की हत्या हुई थी, जिससे यह सवाल खड़ा होता है कि आखिर बिहार में अपराधियों का मनोबल इतना क्यों बढ़ा है?
बिहार की सियासत में हड़कंप: सियासी आरोप और पलटवार
दो दिनों में दो ASI की हत्या ने बिहार की राजनीति को गर्मा दिया है. आरजेडी ने नीतीश सरकार पर सवाल उठाए हैं, जबकि बीजेपी ने विपक्ष पर साजिश का आरोप लगाया है. बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह घटनाएं सरकार के लिए सिरदर्द बन सकती हैं. डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का वादा किया है और कहा है कि अपराधियों को उसी भाषा में समझाया जाएगा, जिसे वे समझते हैं.
कांग्रेस का आरोप: BJP और NDA पर हमलावर
कांग्रेस के सांसद तारिक अनवर ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है और इसके लिए बीजेपी और एनडीए जिम्मेदार हैं. उनका आरोप है कि बीजेपी त्योहारों के समय माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करती है और सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए काम करती है.
अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता
बिहार में बढ़ते अपराधों के बीच पुलिस अधिकारियों की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं. यदि पुलिस अधिकारी भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम लोगों की सुरक्षा का क्या होगा? प्रशासन को चाहिए कि वह सख्त कदम उठाए ताकि बिहार में अपराध का ग्राफ घट सके और आम लोग सुरक्षित महसूस कर सकें.


