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नोएडा में विदेशी फंड से चल रहा पोर्न रैकेट, लड़कियों को दिया जाता था लाखों में वेतन

नोएडा में एक दंपत्ति, विदेशी फंडिंग, वयस्क मनोरंजन - एक बड़े ऑनलाइन पोर्नोग्राफी रैकेट का भंडाफोड़ किया गया, जिससे एक अवैध नेटवर्क का पता चला जो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से परे फैला हुआ था. कथित तौर पर उज्ज्वल किशोर और उनकी पत्नी नीलू श्रीवास्तव द्वारा संचालित यह रैकेट पांच साल से चल रहा है और इसमें भारी मात्रा में विदेशी फंडिंग शामिल है.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

नोएडा में एक दंपत्ति, विदेशी फंडिंग, वयस्क मनोरंजन - एक बड़े ऑनलाइन पोर्नोग्राफी रैकेट का भंडाफोड़ किया गया, जिससे एक अवैध नेटवर्क का पता चला जो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से परे फैला हुआ था. कथित तौर पर उज्ज्वल किशोर और उनकी पत्नी नीलू श्रीवास्तव द्वारा संचालित यह रैकेट पांच साल से चल रहा है और इसमें भारी मात्रा में विदेशी फंडिंग शामिल है.

सूत्रों के अनुसार, यह जोड़ा साइप्रस स्थित टेक्नियस लिमिटेड नामक कंपनी से जुड़ा हुआ था, जो Xhamster और Stripchat जैसी लोकप्रिय वयस्क मनोरंजन वेबसाइट चलाने के लिए जानी जाती है. इस जोड़े ने बैंक लेन-देन में उद्देश्य कोड को गलत तरीके से प्रस्तुत करके विदेशी कंपनियों को धन हस्तांतरित किया, उन्हें विज्ञापन और बाजार अनुसंधान के लिए भुगतान के रूप में गलत तरीके से दिखाया.

नोएडा स्थित घर पर छापा मारा

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दंपति के नोएडा स्थित घर पर छापा मारा और दावा किया कि उन्हें 15.66 करोड़ रुपये की अवैध विदेशी फंडिंग मिली है. आगे की जांच से पता चला कि मुख्य आरोपी उज्ज्वल किशोर पहले रूस में इसी तरह के रैकेट में शामिल था, उसके बाद वह भारत आया और अपनी पत्नी के साथ इस काम को शुरू किया.

लड़कियों को दिया जाता था लाखों में वेतन 

दंपत्ति ने मॉडलों की भर्ती के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, खासकर फेसबुक का फायदा उठाया. उन्होंने 'इचाटो डॉट कॉम' नाम से एक पेज बनाया, जिसमें आकर्षक वेतन के वादे के साथ मॉडलिंग के अवसर दिए गए. इन विज्ञापनों के ज़रिए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की कई महिलाओं को लुभाया गया. ऑडिशन के लिए नोएडा में दंपत्ति के फ्लैट पर पहुँचने पर, उन्हें पोर्नोग्राफी रैकेट में भाग लेने का प्रस्ताव दिया गया. वादा किया गया पारिश्रमिक 1 से 2 लाख रुपये प्रति माह था.

फ्लैट में एक पेशेवर वेबकैम स्टूडियो मिला

छापेमारी के दौरान, ईडी को दंपत्ति के फ्लैट में एक पेशेवर वेबकैम स्टूडियो मिला, जो ओनलीफैंस जैसे वयस्क स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर मिलने वाली सामग्री को प्रसारित करता था. यह वयस्क सामग्री को ऑनलाइन स्ट्रीम करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली उच्च तकनीक वाली प्रसारण सुविधाओं से लैस था. छापेमारी के दौरान परिसर में तीन महिलाएं काम करती पाई गईं और उस समय ऑनलाइन जुड़ी हुई थीं. ईडी ने उनके बयान दर्ज किए हैं.

अंतरराष्ट्रीय डेबिट कार्ड का उपयोग

दंपत्ति ने शुरू में क्रिप्टोकरंसी के माध्यम से ग्राहकों से भुगतान प्राप्त किया. ईडी ने नीदरलैंड में एक बैंक खाते का भी पता लगाया है, जिसमें टेक्नियस लिमिटेड द्वारा 7 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे. बाद में इन पैसों को अंतरराष्ट्रीय डेबिट कार्ड का उपयोग करके भारत में नकद में निकाल लिया गया.

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29 March 2025, 08:27 PM IST

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