सरहद पर खतरे की घंटी! राजस्थान इंटेलिजेंस का बड़ा अलर्ट जारी, सरकारी कर्मचारियों को सतर्क रहने का निर्देश
भारत-पाक तनाव के बीच देशभर में सिविल डिफेंस ट्रेनिंग तेज हो गई है, वहीं राजस्थान के सरहदी इलाकों में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क को लेकर बड़ा अलर्ट जारी हुआ है.

भारत-पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच देशभर में सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग अभियान चलाया जा रहा है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक लोगों को युद्ध के हालात में खुद को सुरक्षित रखने की बारीकियां सिखाई जा रही हैं. इसी बीच, राजस्थान के सरहदी इलाकों में खुफिया एजेंसियों ने बड़ा अलर्ट जारी किया है, जिसमें पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क के सक्रिय होने की आशंका जताई गई है.
राजस्थान इंटेलिजेंस ने फर्जी कॉल्स और हनी ट्रैप जैसे खतरों को लेकर सभी सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को सख्त चेतावनी जारी की है. अलर्ट में कहा गया है कि सीमा के आसपास संदिग्ध गतिविधियां तेज हो गई हैं और दुश्मन एजेंसियों द्वारा भारतीय रक्षा तैयारियों की जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है.
सरहद पर खतरा बढ़ा, अलर्ट जारी
राजस्थान इंटेलिजेंस द्वारा जारी अलर्ट में साफ कहा गया है कि सीमा से सटे इलाकों में रह रहे लोगों और सरकारी कर्मचारियों को पाकिस्तानी नंबरों से कॉल आ रहे हैं. ये कॉल करने वाले खुद को सेना या अन्य सरकारी संस्थाओं से जुड़ा अधिकारी बताकर रक्षा संबंधी संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं.
हनी ट्रैप और एजेंट भर्ती की भी कोशिश
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, दुश्मन एजेंसियां हनी ट्रैप के जरिए भारतीय नागरिकों को फंसाने की रणनीति पर काम कर रही हैं. अलर्ट में बताया गया है कि वे (फर्जी कॉल करने वाले) रक्षा ढांचे से जुड़ी जानकारी जानना चाहते हैं, जो महत्वपूर्ण है मूवमेंट के बारे में. इसके साथ ही, वे हनी ट्रैप का इस्तेमाल करके लोगों को लुभाना चाहते हैं. वे लोगों को एजेंट बनाने की भी कोशिश करते हैं.
एक एजेंट पकड़ा गया, कार्रवाई जारी
इंटेलिजेंस रिपोर्ट में एक अहम खुलासा करते हुए बताया गया है कि हाल ही में एक जासूसी एजेंट को गिरफ्तार किया गया है, जिसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं, जिनमें एलटीवी (लॉन्ग टर्म वीजा) पर रह रहे लोगों को दुश्मन देश के रिश्तेदारों द्वारा प्रभावित करने की कोशिश की गई है.
अधिकारियों और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह
सभी सरकारी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी अनजान कॉल या संदेश पर भरोसा ना करें और तत्काल अपने विभागीय सुरक्षा अधिकारी को सूचित करें. अलर्ट में खास तौर पर ये भी कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति लॉन्ग टर्म वीजा पर यहां रह रहा है और उसका पाकिस्तान का कोई रिश्तेदार उस पर दबाव बना रहा है, तो वो व्यक्ति हमें सूचित करे.
सिविल डिफेंस ट्रेनिंग जोरों पर
पूरे देश में युद्ध जैसी परिस्थितियों को देखते हुए सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग दी जा रही है. लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने, आपातकालीन सेवाओं के इस्तेमाल और बमबारी या हमले की स्थिति में क्या करना चाहिए- इन सभी विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके साथ ही मॉक ड्रिल्स और आपदा प्रबंधन की रिहर्सल भी कराई जा रही हैं.


