राजस्थान की विधानसभा बनी आशियाना! कंबल, चादर और तकिए लेकर रातभर डटे रहें कांग्रेसी, Video वायरल
राजस्थान विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर की गई टिप्पणी पर सियासी घमासान जारी है. कांग्रेस के छह विधायकों के निलंबन के विरोध में पार्टी विधायकों ने सदन में ही डेरा डाल दिया. विरोध जताने के लिए कंबल, चादर और तकिए लेकर विधायक पूरी रात सदन में जमे रहे.

राजस्थान की राजनीति में इन दिनों जबरदस्त उथल-पुथल देखने को मिल रही है. विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को 'दादी' कहे जाने पर बवाल मच गया. मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस विधायकों ने विरोध जताया और भारी हंगामा किया. इसके चलते कांग्रेस के 6 विधायकों को निलंबित कर दिया गया. लेकिन कांग्रेस ने इसे अन्याय करार देते हुए विधानसभा में ही रातभर धरना दिया. विधायकों ने सदन को अस्थायी घर बना लिया और विरोध के अनोखे तरीके अपनाए जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
क्यों मचा सियासी बवाल?
मामला तब तूल पकड़ गया जब मंत्री अविनाश गहलोत ने इंदिरा गांधी के संदर्भ में एक टिप्पणी की, जिसे कांग्रेस ने आपत्तिजनक बताया. इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि सदन की कार्यवाही को तीन बार स्थगित करना पड़ा. जब मामला शांत नहीं हुआ तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत छह विधायकों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया.
कंबल-बिस्तर लेकर सदन में डटे विधायक
निलंबन के खिलाफ कांग्रेस विधायकों ने सदन के अंदर ही मोर्चा खोल दिया. उन्होंने रातभर विधानसभा में धरना दिया. प्रदर्शन के दौरान कुछ विधायक भजन-कीर्तन करते दिखे तो कुछ जहां जगह मिली, वहां कंबल तानकर सो गए. उनके लिए गद्दे, तकिए और भोजन की व्यवस्था भी की गई. कांग्रेस की मांग है कि निलंबन को तुरंत रद्द किया जाए.
राजस्थान में कांग्रेस विधायकों का सदन में धरना जारी... pic.twitter.com/hpzHqCv85L
— Rohit Kumar (@rohitTech121) February 21, 2025
सदन से सड़क तक कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस ने सिर्फ विधानसभा में ही नहीं, बल्कि राज्यभर में विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है. पार्टी ने ऐलान किया है कि सभी जिला मुख्यालयों पर भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन होगा और मंत्री अविनाश गहलोत का पुतला जलाया जाएगा.
अब आगे क्या?
राजस्थान की सियासत इस मुद्दे पर गरमाई हुई है. कांग्रेस जहां सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा इसे कांग्रेस की ओछी राजनीति करार दे रही है. अब देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस का यह प्रदर्शन सरकार पर कितना दबाव बना पाता है और क्या निलंबित विधायकों की सदस्यता बहाल होगी या नहीं.


