कितना घातक है आतंकियों से बरामद रिसिन जहर, इसी के जरिए ओबामा-ट्रंप को मारने की हुई थी कोशिश
गुजरात ATS ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था. संदिग्ध आतंकियों के पास से रिसिन जहर बरामद किया गया था. विशेषज्ञों का कहना है कि रिसिन दुनिया के सबसे खतरनाक जहरों में से एक माना जाता है. साल 2013 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को और 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रिसिन भेजने की घटनाएँ सामने आई थीं.

अहमदाबाद: गुजरात ATS ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था. संदिग्ध आतंकियों के पास से रिसिन जहर बरामद किया गया था. विशेषज्ञों का कहना है कि रिसिन दुनिया के सबसे खतरनाक जहरों में से एक माना जाता है. साल 2013 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को और 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रिसिन भेजने की घटनाएँ सामने आई थीं.
अरंडी के बीजों से बनता है रिसिन
इस जहर को अरंडी के बीजों से बनाया जाता है. यह सफेद पाउडर जैसा होता है और घर में भी आसान तरीके से बनाया जा सकता है, इसलिए यह बहुत खतरनाक है. रिसिन को शरीर में कई तरीकों से पहुँचाया जा सकता है. जैसे- इंजेक्शन से, खाने के माध्यम से या सांस के रास्ते से.
इन तरीकों में सांस के जरिए देना सबसे भयावह है, क्योंकि उससे एक साथ बहुत से लोग प्रभावित हो सकते हैं. रिसिन शरीर के अंदर जाकर कोशिकाओं की प्रोटीन बनाने की क्षमता को रोक देता है, जिससे वे कोशिकाएँ धीरे-धीरे मरने लगती हैं और शरीर के जरूरी काम रुक जाते हैं.
तेज और घातक होता है रिसिन
रिसिन का असर बहुत तेज और घातक होता है. समय पर प्रभावी इलाज ना मिलने से एक व्यक्ति की मौत 48 से 72 घंटे के अंदर हो सकती है. जो चीज और भी खतरनाक है वह यह कि अभी तक रिसिन का कोई ठोस एंटीडोट (विष निवारक दवा) विकसित नहीं हुआ है. शोध बताते हैं कि अगर किसी व्यक्ति को रिसिन लगने के चार घंटे के भीतर इलाज मिल जाए तो कुछ हद तक फायदा हो सकता है. वरना जटिलताएँ बढ़ जाती हैं और कई अंग स्थायी रूप से खराब हो सकते हैं.
कम मात्रा में भी जानलेवा
खाने के साथ रिसिन मिलना अपेक्षाकृत कम घातक माना जाता है, जबकि सांस के जरिये या इंजेक्शन से दिया गया रिसिन बहुत कम मात्रा में भी जानलेवा हो सकता है. वैज्ञानिक अनुमान के मुताबिक, किसी आम इंसान को मारने के लिए मात्र 1.78 मिलीग्राम रासिन पर्याप्त हो सकता है. यह मात्रा बेहद कम है.
अरंडी के बीजों का उत्पादन बहुत बड़ा
वैश्विक स्तर पर अरंडी के बीजों का उत्पादन बहुत बड़ा है. आर्थिक सर्वे आदि संकेत करते हैं कि दुनिया में सालाना लाखों टन अरंडी के बीज तैयार होते हैं और वाणिज्यिक उत्पादन से बड़ी मात्रा में शुद्ध रिसिन भी उपलब्ध हो सकती है. रिसिन कमरे के तापमान पर काफी स्थिर रहता है.
गंभीरता से लेती है सुरक्षा एजेंसियां
इन सब कारणों से रिसिन का उपयोग जासूसी और युद्ध संबंधी गतिविधियों में भी देखा गया है और सुरक्षा एजेंसियाँ इसे बहुत गंभीरता से लेती हैं. जनता और सुरक्षा प्रणालियों दोनों के लिए यह ज़रूरी है कि अरंडी के बीज व रिसिन के सम्भावित दुरुपयोग पर कड़ी निगरानी और कड़े नियम हों, ताकि किसी भी तरह के भयावह घटनाक्रम को रोका जा सके.


