महाराष्ट्र में कांग्रेस को झटका, संग्राम थोपटे ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी में हो सकते हैं शामिल
थोपटे का यह फैसला कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, खास तौर पर पश्चिमी महाराष्ट्र में, जो परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ रहा है. हाल के चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बीच उनका भाजपा में जाना इस क्षेत्र में पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. थोपटे के इस कदम के दूरगामी परिणाम होंगे. बता दें कि संग्राम थोपटे को हाल ही में हुए चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था.

कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक संग्राम थोपटे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाले हैं. थोपटे पुणे की भोरे विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं. रिपोर्ट के अनुसार, कल महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में एक समारोह में आधिकारिक रूप से पार्टी में शामिल होंगे.
विधानसभा चुनाव में मिली हार
पश्चिमी महाराष्ट्र के एक प्रमुख राजनीतिक व्यक्ति थोपटे को 2024 के विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा, जहां वे एनसीपी उम्मीदवार शंकर मंडेकर से हार गए. उनकी हार उनके राजनीतिक करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई, जिसके चलते उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़कर भाजपा में शामिल होने का फैसला किया.
सोशल मीडिया से हटाया कांग्रेस का लोगो
कांग्रेस के दिग्गज नेता अनंतराव थोपटे के बेटे संग्राम थोपटे एक ऐसे परिवार से आते हैं, जिसका कांग्रेस से गहरा नाता है. हालांकि, शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा देने के बाद थोपटे ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल से कांग्रेस का लोगो हटा दिया, जिससे यह संकेत मिलता है कि वे भाजपा के साथ गठबंधन करने जा रहे हैं.
कांग्रेस पर लगाए अनदेखी के आरोप
पुणे में मीडिया से बात करते हुए थोपटे ने कांग्रेस नेतृत्व द्वारा की गई उपेक्षा को अपने इस्तीफे का मुख्य कारण बताया. उन्होंने दुख जताते हुए कहा, "पिछले कुछ सालों में पार्टी ने मेरी उपेक्षा की. 2019 में जब एमवीए (महाराष्ट्र विकास अघाड़ी) सरकार सत्ता में आई, तो मुझे मंत्री पद मिलने की उम्मीद थी, लेकिन मुझे नजरअंदाज कर दिया गया. नाना पटोले के इस्तीफा देने के बाद मैं फिर से विधानसभा अध्यक्ष पद और बाद में एमवीए सरकार गिरने के बाद विपक्ष के नेता पद के लिए आशान्वित था. लेकिन मुझे कुछ नहीं मिला."
पश्चिमी महाराष्ट्र में कांग्रेस को झटका
थोपटे का यह फैसला कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, खास तौर पर पश्चिमी महाराष्ट्र में, जो परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ रहा है. हाल के चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बीच उनका भाजपा में जाना इस क्षेत्र में पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. थोपटे के इस कदम के दूरगामी परिणाम होंगे, जिससे भविष्य के चुनावों से पहले पश्चिमी महाराष्ट्र में भाजपा की स्थिति मजबूत होगी. भाजपा में ऐसे वरिष्ठ नेता के प्रवेश से राज्य की राजनीतिक गतिशीलता को नया रूप मिलने की संभावना है, खासकर आगामी चुनावी लड़ाइयों में.


