बंदर देखने के चक्कर में दीवार पर चढ़े बच्चे, अचानक ढह गई जर्जर दीवार… नीचे दब गए 6 मासूम
शिवहर जिले के पिपराही थाना क्षेत्र के मेसौढा गांव में एक जर्जर दीवार ढहने से बड़ा हादसा हो गया. बंदर को देखने के चक्कर में दीवार पर चढ़े छह मासूम बच्चे मलबे में दब गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है.

Bihar News: बिहार के शिवहर जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है. पिपराही थाना क्षेत्र के मेसौढा गांव में एक कच्ची दीवार गिरने से छह बच्चे उसकी चपेट में आ गए. सभी घायल बच्चों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां से दो गंभीर रूप से जख्मी बच्चों को बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर रेफर किया गया है.
बताया जा रहा है कि यह हादसा उस समय हुआ जब बच्चे एक बंदर को देखने के लिए दीवार पर चढ़ गए थे. पुरानी और जर्जर हालत में खड़ी दीवार अचानक भरभरा कर गिर गई, जिससे मासूम बच्चे मलबे के नीचे दब गए. मौके पर मौजूद ग्रामीणों की मदद से सभी को बाहर निकाला गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया.
कैसे हुआ हादसा?
ग्रामीणों के अनुसार, गांव में अचानक एक बंदर पहुंच गया था, जिसे देखने के लिए बच्चे उत्सुकता में घर के पास स्थित दीवार पर चढ़ने लगे. दीवार पहले से ही कमजोर थी और बच्चों का भार सहन नहीं कर सकी. देखते ही देखते वह ढह गई और छह बच्चे मलबे में दब गए.
घटना के तुरंत बाद स्थानीय निवासी रामबाबू गुप्ता ने साहस दिखाते हुए दीवार में दबे बच्चों को बाहर निकालने में मदद की और उन्हें अस्पताल तक पहुंचाया. उनकी तत्परता के चलते समय रहते सभी बच्चों को उपचार मिल सका.
घायलों की पहचान
इस हादसे में घायल बच्चों की पहचान मेसौढा गांव के वार्ड संख्या 6 निवासी के रूप में हुई है. इनमें शिवानी कुमारी (6), ऋषभ कुमार (7), अनुराधा कुमारी (2) और अदिति कुमारी (5) शामिल हैं, जिनका इलाज सरोजा सीताराम सदर अस्पताल में चल रहा है. वहीं, साढ़े चार वर्षीय आदित्य कुमार और एक अन्य बच्चे को गंभीर अवस्था में एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर रेफर किया गया है.
लापरवाही बनी हादसे की वजह
ग्रामीणों ने बताया कि जिस दीवार पर बच्चे चढ़े थे, वह बिना लिंटर और बिना पीलर की बनी थी. कई बार स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. हादसे के बाद अब लोग प्रशासन से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर ऐसी खतरनाक दीवार को अब तक क्यों नहीं हटवाया गया.
हादसे की सूचना मिलते ही पिपराही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मेसौढा गांव से लेकर अस्पताल तक पूरे मामले की जांच की. पुलिस ने ग्रामीणों से घटना की जानकारी भी जुटाई है.


