मेट्रो का उद्घाटन उनका अंतिम...चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद PK, बोले- जन सुराज, NDA और महागठबंधन दोनों का वोट काटेगा
Prashant Kishor on Bihar Assembly Election : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के बाद प्रशांत किशोर ने चुनाव आयोग के दो चरणों में चुनाव कराने के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि जन सुराज पार्टी बिहार की राजनीति में तीसरा विकल्प बनेगी और एनडीए व महागठबंधन दोनों से वोट काटेगी. किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तीखा हमला किया और कहा कि पटना मेट्रो उद्घाटन उनका अंतिम होगा. वे खुद को ‘वोटकटवा’ कहे जाने पर गर्व महसूस करते हैं.

Prashant Kishor on Bihar Assembly Election : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के तुरंत बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. इस मौके पर जन सुराज पार्टी के संस्थापक और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) ने चुनाव आयोग के दो चरणों में चुनाव कराने के फैसले का स्वागत करते हुए एक बड़ा और तीखा बयान दिया. उन्होंने इसे केवल चुनाव की तारीखों का एलान नहीं, बल्कि बिहार की "राजनीतिक बंधुआ मजदूरी" के अंत की शुरुआत बताया. उनका दावा है कि इस बार राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू होगा और जन सुराज पार्टी तीसरा विकल्प बनकर उभरेगी.
28% वोटर अब जन सुराज को समर्थन देंगे
‘वोटकटवा’ का तमगा, हमारे लिए मेडल
प्रशांत किशोर को लेकर विरोधी दलों द्वारा लगाए जा रहे ‘वोटकटवा’ के आरोप पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यदि उन्हें वोटकटवा कहा जा रहा है, तो वह इसे गर्व से पहनेंगे. उनके अनुसार, यदि जन सुराज दोनों गठबंधनों का वोट काटता है और उन्हें सत्ता से बाहर करता है, तो यही लोकतंत्र की असली जीत होगी. उन्होंने चुनौतीपूर्ण लहजे में कहा कि उनकी पार्टी इतनी प्रभावशाली होगी कि एनडीए और महागठबंधन दोनों के समीकरण ध्वस्त हो जाएंगे.
CM नीतीश कुमार पर सीधा हमला
बयानबाज़ी के इस सिलसिले में प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि हाल ही में हुआ पटना मेट्रो का उद्घाटन नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन का अंतिम उद्घाटन था. इसके साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि अगली बार मुख्यमंत्री आवास 1 अणे मार्ग पर दही-चूड़ा खाने का अवसर नीतीश कुमार को नहीं मिलेगा. यह बयान साफ तौर पर यह संकेत देता है कि पीके नीतीश युग के अंत की घोषणा कर रहे हैं और खुद को एक मजबूत राजनीतिक विकल्प के रूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं.
जन सुराज सत्ता के लिए गंभीर दावेदार
बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक बयानबाजी और रणनीति तेज होती जा रही है. प्रशांत किशोर के हालिया बयान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जन सुराज पार्टी अब केवल एक वैकल्पिक आवाज नहीं, बल्कि सत्ता के लिए गंभीर दावेदार के रूप में उभरना चाहती है. वोटकटवा कहे जाने के आरोप को उन्होंने अपनी ताकत बना लिया है और इसे एक सम्मानजनक तमगा मानते हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की जनता जन सुराज के इस दावे को कितनी गंभीरता से लेती है.


