गुजरात के हिम्मतनगर में भारी बारिश से जलभराव, कारें डूबीं
गुजरात के हिम्मतनगर में तेज बारिश के कारण कई हाउसिंग सोसाइटियों में गंभीर जलभराव की समस्या सामने आई है. शहर के पॉश इलाकों में पानी इतना बढ़ गया कि वह कई घरों के अंदर तक घुस गया.

Heavy Rain in Gujarat: गुजरात के हिम्मतनगर में हाल ही में हुई तेज बारिश के कारण कई हाउसिंग सोसाइटियों में गंभीर जलभराव की समस्या सामने आई है. शहर के पॉश इलाकों में पानी इतना बढ़ गया कि वह कई घरों के अंदर तक घुस गया. साथ ही कई गाड़ियां पानी में डूब गईं, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
अवनि पार्क सोसाइटी में गाड़ियां पूरी तरह जलमग्न
एक वीडियो में तो कारों की छतें ही दिखाई दे रही थीं, जबकि अवनि पार्क सोसाइटी में पानी इतनी मात्रा में था कि गाड़ियां पूरी तरह से जलमग्न हो गईं. इसी तरह शास्त्रीनगर और शगुन बंगलों के निवासियों ने भी बाढ़ के पानी के घरों में प्रवेश करने की समस्या झेली, जिससे उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो गया.
छपरिया चार रास्ता के पास की दुकानें भी जलमग्न हो गईं. वहीं, निचले इलाकों में पानी का स्तर तेजी से बढ़ गया. बारिश के कारण स्थानीय जीवन में व्यापक व्यवधान पैदा हो गया है. कई घरों को और वाहनों को भी भारी नुकसान पहुंचा है.
आवाजाही पूरी तरह बाधित
वीडियो में हिम्मतनगर की जलमग्न सड़कों पर लोग घुटनों तक पानी में चलते हुए दिखाए गए हैं. इससे साफ़ पता चलता है कि हालात कितने गंभीर हैं. एक रेलवे अंडरपास भी पूरी तरह पानी से भर गया है, जिससे आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई है.
जलभराव से प्रभावित इलाकों में छपरिया हाउसिंग स्कीम, शगुन सोसाइटी, परिश्रम सोसाइटी और शास्त्री नगर सोसाइटी मुख्य रूप से शामिल हैं. इन स्थानों के निवासियों ने नगर निगम की ओर से पानी न निकाले जाने और देर से कार्रवाई करने को लेकर नाराजगी और चिंता जताई है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने साबरकांठा जिले के लिए 2 सितंबर तक येलो अलर्ट जारी किया है. विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में इस क्षेत्र में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है.
IMD का अनुमान
IMD के सात-दिवसीय पूर्वानुमान के अनुसार, गुजरात के उत्तर और दक्षिण हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की उम्मीद है. साथ ही सौराष्ट्र और कच्छ के कई इलाकों में 5 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, ताकि वे बाढ़ से होने वाले नुकसान से बच सकें.


