कहीं फेस्टिव ऑफर के नाम पर आपके साथ धोखा तो नहीं हो रहा? जानिए कैसे करें पहचान
फेस्टिव सीजन में ऑनलाइन शॉपिंग बढ़ने के साथ साइबर फ्रॉड का खतरा भी तेज हो गया है, जहां ठग फर्जी ऑफर्स और नकली वेबसाइट्स के जरिए लोगों को निशाना बना रहे हैं.

Festive season offers: फेस्टिव सीजन शुरू होने वाला है और बाजारों में रौनक के साथ ऑनलाइन शॉपिंग का ग्राफ भी तेजी से ऊपर जा रहा है. नवरात्रि, दीपावली और भाई दूज जैसे त्योहारों में लोगों की खरीदारी बढ़ जाती है, लेकिन इसी बीच साइबर अपराधियों की सक्रियता भी बढ़ जाती है. पिछले कुछ समय में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले काफी बढ़ चुके हैं और स्कैमर्स नए-नए तरीके अपनाकर भोले-भाले लोगों को निशाना बना रहे हैं.
विशेष रूप से इस साल, कुछ स्कैमर्स AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी को और खतरनाक बना रहे हैं. फर्जी सेल, नकली वेबसाइट और भारी डिस्काउंट का लालच देकर ये अपराधी खासकर क्रेडिट कार्ड होल्डर्स को टारगेट कर रहे हैं. ऐसे में फेस्टिव सीजन में ऑनलाइन खरीदारी करते समय सतर्क रहना बेहद जरूरी है.
ऑनलाइन ऑफर्स में छिपा खतरा
साइबर ठग ई-मेल, वॉट्सऐप या टेलीग्राम के जरिए आकर्षक ऑफर्स भेजकर लोगों को फंसा सकते हैं. इनमें मुफ्त क्रेडिट कार्ड, गिफ्ट वाउचर या भारी डिस्काउंट का दावा किया जाता है. अगर यूजर गलती से अपने अकाउंट नंबर, पासवर्ड या CVV जैसी प्राइवेट जानकारी शेयर कर देता है, तो उसका खाता खाली हो सकता है.
एक्सपर्ट की सलाह: अकाउंट और कार्ड सेफ्टी
क्रेडिट कार्ड और बैंकिंग अकाउंट की सुरक्षा के लिए विशेषज्ञ निम्न उपाय सुझाते हैं:
-
समय-समय पर क्रेडिट कार्ड का पिन अपडेट करें.
-
हमेशा स्ट्रॉन्ग पासवर्ड का इस्तेमाल करें.
-
बैंकिंग ई-मेल और अकाउंट की सुरक्षा पर ध्यान दें.
-
कार्ड से हुए सभी लेनदेन का स्टेटमेंट नियमित रूप से चेक करें.
फर्जी लिंक और मैसेज से बचें
फेस्टिव सीजन में फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर ग्रेट डील्स और फ्री गिफ्ट वाउचर जैसे मैसेज आने की संभावना रहती है. इनमें क्लिक करते ही फोन में खतरनाक ऐप या मालवेयर डाउनलोड हो सकता है, जो आपके सारे डेटा और पासवर्ड चुरा सकता है. इसलिए किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक करने से बचें और केवल आधिकारिक वेबसाइट या ऐप से ही शॉपिंग करें.


