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'UFO से हुआ आमना-सामना', अमेरिका के इस पायलट ने किया अनोखा दावा

UFO sightings: न्यूजर्सी के एक ड्रोन पायलट ने UFO के बारे में चौंकाने वाला दावा किया है. उनका कहना है कि उनके ड्रोन की अचानक पावर चली गई और उन्हें अपने डिवाइस को प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में उतारना पड़ा. यह घटना पिकाटनी आर्सेनल के पास हुई, जो हाल के दिनों में कई बार रहस्यमयी ड्रोन गतिविधियों का केंद्र रहा है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

UFO sightings: न्यू जर्सी के एक ड्रोन पायलट ने रहस्यमयी उड़ाकों (UFO) को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है. उनका कहना है कि उनके ड्रोन की पॉवर अचानक खत्म हो गई और उन्हें अपने उपकरण को प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र से नीचे उतारना पड़ा. यह घटना पिकाटनी शस्त्रागार के पास हुई, जो हाल के दिनों में कई बार रहस्यमयी ड्रोन गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है.

ड्रोन पायलट माइकल बी, जो 'टेरर टॉक प्रोडक्शंस' नाम का यूट्यूब चैनल चलाते हैं, ने बताया कि वह एक अज्ञात उड़ती वस्तु की जांच कर रहे थे, लेकिन तभी उनका ड्रोन खराब हो गया.

अचानक खो गया ड्रोन का नियंत्रण 

फॉक्स 5 न्यूयॉर्क से बात करते हुए माइकल बी ने कहा, "एक ड्रोन बस वहीं हवा में लटका हुआ था. मेरी बैटरी पूरी तरह चार्ज थी और उड़ान के तीन मिनट भी पूरे नहीं हुए थे कि मैंने ड्रोन पर नियंत्रण खो दिया." उन्होंने आगे बताया कि घटना पिकाटनी शस्त्रागार के पास हुई, जो एक प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र है.

पिकाटनी आर्सेनल के पास बढ़ती घटनाएं

GPS-सक्षम ड्रोन के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र में उतरने की घटना असामान्य नहीं है, लेकिन इस बार की परिस्थितियां अलग थीं. पिकाटनी आर्सेनल के आसपास हाल ही में ड्रोन देखे जाने की घटनाओं में वृद्धि हुई है. सेना के प्रवक्ता ने बताया कि ड्रोन गतिविधियों को देखते हुए 26 दिसंबर तक के लिए अस्थायी उड़ान प्रतिबंध लगाया गया है.

FAA और सेना ने शुरू की जांच

ड्रोन गतिविधि पर नियंत्रण के लिए संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) भी मामले की जांच कर रहा है. बेडमिनस्टर में ट्रम्प नेशनल गोल्फ क्लब सहित अन्य क्षेत्रों में भी उड़ान प्रतिबंध लगाए गए हैं.

सुरक्षा चिंताओं के बीच उठी संघीय जांच की मांग

न्यू जर्सी के राज्य सीनेटर जो पेनाचियो ने ड्रोन गतिविधियों पर गहरी चिंता जताते हुए संघीय जांच की मांग की है. उन्होंने यहाँ तक कि राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर जवाब मांगा है. विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ ड्रोन को हैक करके या छेड़छाड़ कर प्रतिबंधित क्षेत्र में उड़ाया जा रहा है. हाल ही में, एक चीनी नागरिक पर वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस की तस्वीरें लेने के लिए संशोधित ड्रोन का उपयोग करने का आरोप लगाया गया था. यह घटना ड्रोन सुरक्षा को लेकर नए सवाल खड़े करती है.

व्हाइट हाउस का बयान और विशेषज्ञों के अनुमान

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा, "उपलब्ध तस्वीरों की समीक्षा करने पर ऐसा लगता है कि रिपोर्ट की गई कई तस्वीरें मानवयुक्त विमानों की हैं, जो वैध रूप से संचालित हो रहे हैं." पूर्व सीआईए ऑपरेशन अधिकारी लॉरा बॉलमैन ने फॉक्स न्यूज लाइव पर कहा कि ये अज्ञात ड्रोन संभवतः किसी गुप्त प्रौद्योगिकी परीक्षण का हिस्सा हो सकते हैं, जिसका उद्देश्य जांच के दायरे से बचना है.

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17 December 2024, 04:07 PM IST

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