समुद्री लुटेरे आंख पर काली पट्टी क्यों बांधते थे? कारण जानकर चौंक जाएंगे!
समुद्री लुटेरे एक आंख पर काली पट्टी इसलिए बांधते थे ताकि अंधेरे में बेहतर देख सकें. दिन में एक आंख को ढकने से वह अंधेरे में पहले से अनुकूल रहती थी, जिससे जहाज के अंदरूनी अंधेरे हिस्सों में जाते समय बिना रुकावट देखने में मदद मिलती थी.

आपने अक्सर फिल्मों, कहानियों या कार्टून में समुद्री लुटेरों को देखा होगा, जो एक आंख पर काली पट्टी (Eye Patch) बांधे रहते हैं. आम धारणा यह रही है कि ये लुटेरे किसी युद्ध में घायल हुए होंगे या उनकी आंख खराब हो गई होगी, इसलिए वो काली पट्टी पहनते हैं. लेकिन वास्तविकता इससे कहीं ज्यादा रोचक और व्यावहारिक है.
दरअसल, समुद्री लुटेरों के काली पट्टी पहनने का कारण आंखों की सुरक्षा नहीं, बल्कि अंधेरे में देखने की क्षमता से जुड़ा है. समुद्री जहाज़ों के अंदर और खासकर "डेक" के नीचे बहुत कम रोशनी होती थी. लुटेरों को कई बार अचानक रोशनी से अंधेरे में जाना पड़ता था, जैसे जहाज़ पर हमला करते वक्त या नीचे की तंग गलियों में कुछ ढूंढ़ने के दौरान.
समुद्री लुटेरों की काली पट्टी की असली कहानी
हमारी आंखों को एक रोशनी भरे माहौल से अचानक अंधेरे में जाने पर समायोजित होने में लगभग 20 से 25 मिनट लग सकते हैं. लेकिन समुद्री लुटेरों के पास इतनी देर इंतजार करने का समय नहीं होता था. इसीलिए वे एक आंख को पट्टी से ढक कर रखते थे ताकि वह आंख लगातार अंधेरे के लिए तैयार रहे.
काली पट्टी से मिलती थी सुपरपावर?
जब उन्हें अचानक अंधेरे में जाना होता था, तो वे बस पट्टी को हटा देते थे और वह आंख – जो अब तक काले कपड़े की वजह से रोशनी से बची रही – तुरंत अंधेरे को पहचानने लगती थी. इससे उन्हें अंधेरे में भी साफ दिखाई देता था और वे बिना रुके अपना काम कर पाते थे.
जानिए लुटेरों की ये अनोखी रणनीति
यह एक स्मार्ट टेक्निक थी जिसे आज के समय में भी पायलट, सेना के जवान या विशेष बलों में कुछ लोग प्रशिक्षण के दौरान अपनाते हैं. यह “डार्क अडेप्टेशन” (Dark Adaptation) नाम की प्रक्रिया पर आधारित है, जिसमें आंखों की रेटिना कम रोशनी में अधिक संवेदनशील हो जाती है.
आंख पर पट्टी बांधने की चालाकी
संक्षेप में कहें तो समुद्री लुटेरे अपनी एक आंख पर काली पट्टी इसलिए पहनते थे ताकि अंधेरे में बेहतर देख सकें और अचानक प्रकाश से अंधकार में जाने की स्थिति में भी तुरंत प्रतिक्रिया दे सकें. यह सिर्फ एक स्टाइल स्टेटमेंट नहीं, बल्कि उनके समय की एक उपयोगी तकनीक थी – जो उन्हें खतरनाक समुद्री अभियानों में मदद करती थी.


