Viral: शिक्षक ने बच्चों को शरीर के अंगों के बारे में सिखाने के लिए अपनाया अनोखा तरीका, तारीफ में पति ने लिखा कुछ बढ़िया
आज के समय में शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव देखे जा चुके हैं. बच्चों को पढ़ाने के लिए नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल हो रहा है. लेकिन स्पेन की एक तीसरी कक्षा की शिक्षिका वेरोनिका ड्यूक ने बच्चों को मानव शरीर के अंगों को समझाने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया. उन्होंने खुद एक विशेष बॉडीसूट पहना और बच्चों को इसे समझाने के लिए सरल तरीके से पढ़ाया. इससे संबंधित तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और यूजर्स इस अनोखी शिक्षण पद्धति की सराहना कर रहे हैं.

आजकल बच्चों को शिक्षित करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है. अक्सर, बच्चों को कोई भी नई जानकारी दी जाए वे उसे जल्दी भूल जाते हैं. चाहे उन्हें बार-बार वही बात समझाई जाए. बावजूद इसके शिक्षक अपनी ओर से कुछ खास उपाय अपनाते हैं ताकि बच्चों को पढ़ाई में रुचि बनी रहे. लेकिन स्पेन की एक तीसरी कक्षा की शिक्षिका वेरोनिका ड्यूक ने शारीरिक अंगों को समझाने के लिए एक अभिनव तरीका अपनाया है. उन्होंने जीव विज्ञान के पाठ को अधिक प्रभावी और समझने योग्य बनाने के लिए बच्चों को मानव शरीर के अंगों के बारे में शारीरिक सूट पहना कर पढ़ाया.
वेरोनिका ड्यूक ने अनोखा तरीका
वेरोनिका ड्यूक ने महसूस किया कि अगर शरीर रचना को सिर्फ शब्दों में समझाया गया तो बच्चों को इसे समझना मुश्किल हो सकता है. उन्होंने ऑनलाइन एक शरीर के आंतरिक अंगों की छवियों वाला बॉडी सूट मंगवाया. कक्षा में आकर उन्होंने बच्चों को यह सूट पहनने के लिए दिया और अंगों के बारे में विस्तार से बताया. इस पद्धति से बच्चों के लिए यह जानकारी सहज और याद रखने योग्य हो गई.
माइकल ने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया पोस्ट
वेरोनिका ड्यूक के पति माइकल ने इस अनुभव को अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया था. इसके बाद यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. उन्होंने गर्व से लिखा कि मैं बहुत खुश हूं कि मेरी पत्नी ने बच्चों को मानव शरीर के बारे में इस अनोखे तरीके से समझाया. माइकल ने पोस्ट में यह भी लिखा कि बहुत बढ़िया वेरोनिका. इस तस्वीर को 70,000 से अधिक बार देखा गया और नेटिज़ेंस ने इसे लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं. एक यूजर ने लिखा कि विज्ञान मेरे लिए बहुत कठिन है, लेकिन अगर मुझे ऐसा शिक्षक मिलता तो यह आसानी से समझ में आता. एक और यूजर ने कहा कि जिन बच्चों को ऐसा शिक्षक मिलता है, वे सच में भाग्यशाली हैं. इस अनोखी शिक्षण पद्धति की सराहना करते हुए एक अन्य यूजर ने लिखा कि यह वाकई एक अद्वितीय तरीका है.


