अडानी ग्रुप पूर्वोत्तर में करेगा 50000 करोड़ का निवेश, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
अडानी समूह ने पूर्वोत्तर भारत में ₹50,000 करोड़ के निवेश की घोषणा की है, जिससे क्षेत्र की आर्थिक क्षमता को विकसित किया जाएगा. यह निवेश असम समेत सातों पूर्वोत्तर राज्यों में बुनियादी ढांचे, हरित ऊर्जा, डिजिटल कनेक्टिविटी, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में होगा. गौतम अडानी ने इसे देश की अगली आर्थिक क्रांति का केंद्र बताया. इस पहल से हजारों रोजगार, बेहतर कनेक्टिविटी और सतत विकास को बढ़ावा मिलेगा.

अडानी ग्रुप ने पूर्वोत्तर भारत में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है. यह घोषमा समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने शुक्रवार को आयोजित ‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ में किया. इस पहल का उद्देश्य पूर्वोत्तर भारत की अप्रयुक्त आर्थिक क्षमता को विकसित करना और इसे भारत की समग्र विकास गाथा में प्रमुख भूमिका देने का है.
पूर्वोत्तर भारत भारत की ग्रोथ का इंजन
गौतम अडानी ने अपने संबोधन में क्षेत्र की भौगोलिक और रणनीतिक महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा, "पिछले दशक में, पूर्वोत्तर की पहाड़ियों और घाटियों में भारत की विकास यात्रा का एक नया अध्याय उभर रहा है. यह क्षेत्र देश की अगली आर्थिक क्रांति का केंद्र बन सकता है." उन्होंने यह भी कहा कि अडानी समूह का विज़न लंबी अवधि के सतत विकास पर आधारित है, जो स्थानीय संसाधनों और क्षमताओं का प्रभावी उपयोग करते हुए राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा.
असम में पहले से ही चल रहा है निवेश
गौतम अडानी की यह घोषणा कुछ महीने पहले असम में घोषित 50,000 करोड़ रुपये के निवेश के बाद आई है. अडानी समूह पहले से ही असम में कई क्षेत्रों में कार्य कर रहा है, जिनमें शामिल हैं-
- एयरपोर्ट डेवलपमेंट
- एयरो सिटी निर्माण
- सिटी गैस वितरण नेटवर्क
- पावर ट्रांसमिशन सिस्टम
- सीमेंट उत्पादन संयंत्र
- सड़क एवं बुनियादी ढांचे का विस्तार
यह योजनाएं असम की आर्थिक आधारशिला को मजबूत करने और रोजगार व निवेश के अवसरों को बढ़ाने के उद्देश्य से तैयार की गई हैं.
पूर्वोत्तर के लिए एक व्यापक विकास योजना
नए निवेश की योजना केवल असम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सातों उत्तर-पूर्वी राज्यों को समाहित करती है. अडानी समूह का लक्ष्य है:
- क्षेत्रीय लॉजिस्टिक्स नेटवर्क का विकास
- Green Energy की क्षमता का उपयोग
- डिजिटल कनेक्टिविटी और टेक्नोलॉजी हब का विस्तार
- स्थानीय उद्यमिता और स्किल डेवेलपमेंट को बढ़ावा देना
- अडानी ने यह भी संकेत दिया कि समूह शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे सामाजिक क्षेत्रों में भी योगदान करेगा.
रोजगार, कनेक्टिविटी और सतत विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस निवेश के माध्यम से अडानी समूह हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगा. साथ ही, सड़क, रेल और वायु मार्गों के विस्तार से पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी में गुणात्मक सुधार होगा. इससे न केवल व्यापार और निवेश को बल मिलेगा, बल्कि पर्यटन जैसे क्षेत्रों में भी नई संभावनाएं पैदा होंगी.


