केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट में अडानी की एंट्री, सरकार को होगा बड़ा फायदा
केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है. अब वे लंबी पैदल यात्रा की जगह रोपवे से केवल 36 मिनट में यात्रा कर सकेंगे. इस बड़े प्रोजेक्ट में देश के उद्योगपति गौतम अडानी ने भी दिलचस्पी दिखाई है. इससे श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ सरकार को भी लाभ होगा.

केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत की खबर आई है. अब 8-9 घंटे की कठिन पैदल यात्रा को महज 36 मिनट में रोपवे से पूरा किया जा सकेगा. इस 13 किलोमीटर लंबे रोपवे प्रोजेक्ट को सरकार ने 4,081 करोड़ रुपये की लागत से मंजूरी दी है. यह परियोजना PPP मोड पर काम करेगी और इसे 6 साल में पूरा किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट का संचालन 35 साल तक एक निजी कंपनी करेगी, जिसमें गौतम अडानी की भी भागीदारी होगी.
इस प्रोजेक्ट में अडानी एंटरप्राइजेज ने 42% रेवेन्यू शेयरिंग का प्रस्ताव दिया है. यह रोपवे Tri-cable Detachable Gondola (3S) तकनीक पर आधारित होगा, जिससे एक बार में 36 यात्री यात्रा कर सकेंगे. हर दिन 18,000 श्रद्धालु इस रोपवे का उपयोग करेंगे और सालभर में 32 लाख लोग इसका लाभ ले सकेंगे.
केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट में अडानी की एंट्री
यह केदारनाथ रोपवे प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है, और यह दुनिया का सबसे लंबा रोपवे होगा, जो सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक चलेगा. पहले चरण में गौरीकुंड से केदारनाथ तक 9.7 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा.
सरकार को होगा बड़ा फायदा
इसके अलावा, गोविंदघाट-घांघरिया-हेमकुंड साहिब तक 12.4 किलोमीटर लंबा दूसरा रोपवे भी प्रस्तावित है, जिसकी लागत करीब 2,730 करोड़ रुपये है. इस प्रोजेक्ट से प्रतिदिन 11,000 लोग यात्रा कर पाएंगे. रोपवे के निर्माण से न केवल यात्रा आसान होगी, बल्कि इससे उत्तराखंड की पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा.


