एक वक्त पर दिवालिया हो गए थे एलन मस्क, जानें फिर कैसे बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति
Elon Musk: एलन मस्क का 2008 का दौर कठिन था, जब टेस्ला के शुरुआती प्रोडक्शन में दिक्कतें और वित्तीय संकट आए. छोटे कदमों से उन्होंने जिप-2, पेपाल, टेस्ला, स्पेसएक्स और एक्स एआई के जरिए दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने का सफर तय किया.

Elon Musk: एलन मस्क का जीवन 2008 में बेहद कठिन दौर से गुजरा. यह वह समय था जब टेस्ला की पहली इलेक्ट्रिक कार रोडस्टर के लॉन्च के बाद उत्पादन में तकनीकी समस्याएँ और लागत का बोझ बढ़ गया. निवेशकों का भरोसा कम होने लगा और कंपनी के पास कर्मचारियों की सैलरी देने तक के पैसे नहीं बचे. इस कठिन दौर में मस्क को घर का खर्च चलाने और बच्चों की स्कूल फीस भरने के लिए दोस्तों से उधार लेना पड़ा. यही वह समय था जब मस्क लगभग दिवालिया हो चुके थे, लेकिन इसी संघर्ष ने उन्हें भविष्य के लिए मजबूत बनाया.
आज मस्क की दौलत
फोर्ब्स के रियल टाइम बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक, वर्तमान में एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं. हाल ही में उनकी संपत्ति में 13.3 अरब डॉलर की गिरावट आई है और अब उनके पास 485.8 अरब डॉलर की दौलत है. उनके बाद दूसरे स्थान पर ओरेकल के फाउंडर लैरी एलिसन हैं, जिनकी संपत्ति 349.5 अरब डॉलर है. भारत के अमीरों में मुकेश अंबानी 101.5 अरब डॉलर के साथ 19वें और गौतम अडानी 69.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 27वें स्थान पर हैं. मस्क की दौलत में टेस्ला के शेयरों में उछाल, स्पेसएक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप एक्स एआई ने अहम भूमिका निभाई है.
छोटे कदमों से बड़ी शुरुआत
मस्क ने अपने करियर की शुरुआत बहुत छोटी उम्र में की. उन्होंने 10 साल की उम्र में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखी और 12 साल की उम्र में 'ब्लास्टर' नामक वीडियो गेम बनाया, जिसे एक स्थानीय मैगजीन ने 500 डॉलर में खरीदा. 1995 में उन्होंने वेब सॉफ्टवेयर कंपनी जिप-2 की स्थापना की, जिसे कॉम्पेक ने 1999 में 307 मिलियन डॉलर में खरीद लिया. मस्क को इस डील से 7% हिस्सेदारी के बदले 22 मिलियन डॉलर मिले. इसके बाद उन्होंने 1999 में पेपाल की स्थापना की, जिसे ईबे ने 2002 में 1.5 अरब डॉलर में खरीद लिया और मस्क को 180 मिलियन डॉलर की कमाई हुई.
स्पेसएक्स और ओपन एआई का मुकाबला
हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी ओपन एआई, जिसने चैट जीपीटी बनाया, मस्क की स्पेसएक्स को पीछे छोड़ चुकी है. ओपन एआई की वैल्यूएशन 500 बिलियन डॉलर से अधिक आंकी गई है, जबकि स्पेसएक्स की वैल्यू 400 बिलियन डॉलर है. ओपन एआई के कर्मचारियों ने थ्राइव कैपिटल, सॉफ्टबैंक ग्रुप, ड्रैगनीर इनवेस्टमेंट ग्रुप और अबू धाबी की एमजीएक्स जैसे निवेशकों को 6.6 बिलियन डॉलर के शेयर्स इसी वैल्यूएशन पर बेचे.
सफलता का उदाहरण
एलन मस्क की कहानी यह साबित करती है कि कठिनाई और असफलता भी सफलता की ओर पहला कदम बन सकती है. दिवालियापन के कगार से निकलकर मस्क ने विश्व के सबसे अमीर व्यक्ति बनने तक का सफर तय किया. उनकी सफलता केवल टेस्ला, स्पेसएक्स या एक्स एआई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नवाचार, साहस और निरंतर प्रयास का प्रतीक भी है.


