2024-25 में 6.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी भारत की GDP, सरकार ने जारी किए चौथी तिमाही के आंकड़े
2024-25 में भारत की जीडीपी 6.5% और चौथी तिमाही में 7.4% बढ़ी है. निर्माण, सेवा और उपभोग क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि देखी गई. पीयूष गोयल ने भारत को अगले 30 वर्षों तक सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया. विश्व बैंक ने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लिए हर साल 7.8% वृद्धि की जरूरत बताई है. भारत ने वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद आर्थिक मजबूती दिखाई है.

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 6.5% की वृद्धि होने की संभावना है. यह जानकारी राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में दी गई. इसके अलावा, नाममात्र जीडीपी में 9.8% की वृद्धि दर्ज की गई है. पिछले वर्ष 2023-24 में भारत की वास्तविक जीडीपी में 9.2% की तेज वृद्धि दर्ज हुई थी, जो वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बीच एक उल्लेखनीय प्रदर्शन माना गया.
चौथी तिमाही में जबरदस्त 7.4% की वृद्धि
जनवरी से मार्च 2025 की अवधि, यानी चौथी तिमाही (Q4) में भारत की वास्तविक जीडीपी में 7.4% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो इससे पूर्व तिमाही की 6.2% वृद्धि के मुकाबले अधिक है. वहीं, नाममात्र जीडीपी में 10.8% की बढ़त देखी गई. यह वृद्धि दर्शाती है कि भारत ने अपनी स्थिति को सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में फिर से मजबूत किया है.
निर्माण और सेवा क्षेत्र ने दिखाई मजबूती
चौथी तिमाही में निर्माण क्षेत्र ने सबसे ज्यादा 10.8% की वृद्धि दर हासिल की, जो बुनियादी ढांचे और रियल एस्टेट गतिविधियों में सुधार का संकेत है. इसके अलावा लोक प्रशासन, रक्षा एवं अन्य सेवाएं: 8.7% की वृद्धि और वित्तीय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाएं: 7.8% की वृद्धि. इन क्षेत्रों में विकास से यह स्पष्ट होता है कि सेवा और सार्वजनिक क्षेत्र ने भारतीय अर्थव्यवस्था को सहारा देने में बड़ी भूमिका निभाई है.
उपभोग में बढ़ोतरी, घरेलू मांग मजबूत
भारत की निजी अंतिम उपभोग व्यय (PFCE) में भी सुधार हुआ है. 2024-25 में यह 7.2% बढ़ा है, जबकि पिछले साल यह वृद्धि दर 5.6% थी. इससे पता चलता है कि घरेलू खपत और उपभोग में स्थायित्व आ रहा है, जो आर्थिक स्थिरता के लिए जरूरी है.
भारत बना रहेगा सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था: पीयूष गोयल
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के वार्षिक सम्मेलन में कहा कि भारत आने वाले 30 वर्षों तक दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि भारत स्थिर मूल्यों पर 8% की जीडीपी वृद्धि को लक्ष्य बना रहा है. उन्होंने वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत को विश्व के प्रमुख उभरते बाजारों में अग्रणी बताया.
विश्व बैंक की चेतावनी
विश्व बैंक ने फरवरी में कहा था कि भारत को 2047 तक विकसित देश बनने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अगले 22 वर्षों में औसतन 7.8% वार्षिक वृद्धि दर बनाए रखनी होगी. यह भारत के सामने एक बड़ा लेकिन प्राप्त करने योग्य आर्थिक लक्ष्य है.


