सोने-चांदी के दामों में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी, वेडिंग सीजन में खरीदारों की रंगत फीकी
Gold Silver Price: देशभर में सोने-चांदी की कीमतें नए रिकॉर्ड बना रही हैं, जिससे आम खरीदारों और ज्वेलरी बाजार पर असर पड़ रहा है. दिल्ली में 24 कैरेट सोना 85,500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि चांदी 98,500 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही है. कीमतों में इस उछाल के कारण वेडिंग सीजन में ज्वेलरी खरीदारी धीमी पड़ गई है, जबकि निवेशकों का झुकाव सोने-चांदी की ओर बढ़ रहा है.

Gold Silver Price: देशभर में सोने-चांदी की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही हैं, जिससे ज्वेलरी बाजार पर असर पड़ रहा है. खासतौर पर शादी के सीजन में खरीदारों की संख्या में भारी कमी देखी जा रही है. दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत सोमवार को 85,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, जबकि चांदी भी 98,500 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही है. ज्वेलर्स और निवेशकों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी यह तेजी बनी रह सकती है.
विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में आर्थिक अस्थिरता और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के चलते बहुमूल्य धातुओं की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. इससे निवेशक सोने-चांदी को सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं, जिससे इनकी मांग बढ़ी है, लेकिन आम खरीदारों के लिए यह महंगा सौदा बनता जा रहा है.
सोने-चांदी के दामों में तेजी का ग्राफ
दिल्ली बुलियन मार्केट में चांदी की कीमतें सिर्फ एक सप्ताह में दो हजार रुपये प्रति किलो तक बढ़ गई हैं. 29 जनवरी को यह 96,500 रुपये थी, जो अब 98,500 रुपये तक पहुंच चुकी है. वहीं, सोने के दाम भी इसी अवधि में 2,500 रुपये प्रति 10 ग्राम बढ़े हैं. 29 जनवरी को 24 कैरेट सोना 83,000 रुपये था, जो अब 85,500 रुपये हो गया है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता का असर
जानकारों का कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच जारी आर्थिक तनाव, कनाडा और मैक्सिको से आने वाले उत्पादों पर बढ़े हुए आयात शुल्क के कारण वैश्विक बाजार में अस्थिरता का माहौल बना हुआ है. ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा का कहना है कि अमेरिका की ओर से आयात शुल्क में वृद्धि के चलते कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर दबाव बढ़ रहा है. इस कारण निवेशक सोने-चांदी में अधिक निवेश कर रहे हैं, जिससे इनके दाम तेजी से बढ़ रहे हैं.
डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट का असर
रुपये की कीमत में गिरावट आने से भी सोने-चांदी महंगे हो रहे हैं, क्योंकि ये धातुएं आयात की जाती हैं. जब भी डॉलर की तुलना में रुपया कमजोर होता है, तो सोने-चांदी के दाम बढ़ जाते हैं. इस समय वैश्विक बाजार की अनिश्चितता के चलते भारत में भी यही ट्रेंड देखा जा रहा है.
शादी-ब्याह की खरीदारी पर असर
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एसोसिएशन के दिल्ली संरक्षक और कूचा महाजनी के प्रमुख ज्वेलर योगेश सिंघल का कहना है कि दामों में इस अचानक उछाल से शादी-ब्याह की खरीदारी पर सीधा असर पड़ा है. उन्होंने बताया, "शादी का यह सीजन जून तक चलेगा, लेकिन अभी से ग्राहक खरीदारी टाल रहे हैं. इस महीने की शादियों पर तो मामूली असर दिखा है, लेकिन अगले महीने इसका प्रभाव और बढ़ेगा."
ग्राहकों का रुख और बाजार की स्थिति
दरीबा ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुण गुप्ता के अनुसार, अचानक कीमतों में उछाल से बाजार में ग्राहक कम हो गए हैं. उन्होंने बताया, "पिछले दो दिनों में ग्राहकों की संख्या में गिरावट आई है. जो लोग खरीदारी कर भी रहे हैं, वे हल्की ज्वेलरी पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं." विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक सोने-चांदी के दाम स्थिर नहीं होते, ग्राहक खरीदारी से बच सकते हैं.