ट्रंप के बयान से शेयर बाजार में उछाल, जीरो टैरिफ दावे के बाद सेंसेक्स ने पकड़ी रफ्तार
Share Market Update: डोनाल्ड ट्रंप के जीरो टैरिफ दावे के बाद गुरुवार को शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली. भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीदों के बीच सेंसेक्स 1,330 अंक उछल गया, जबकि निफ्टी भी सात महीने की ऊंचाई पर पहुंच गया.

Share Market Update: गुरुवार को शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि भारत ने अमेरिका के लिए सभी टैरिफ समाप्त करने का प्रस्ताव दिया है. इस दावे के बाद निवेशकों में उम्मीदें जगीं और बाजार में भारी खरीदारी देखने को मिली, जिससे सेंसेक्स 1,330 अंक उछल गया.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने कहा कि भारत सरकार ने "ऐसी डील की पेशकश की है जिसमें वे हमसे बिल्कुल भी शुल्क न लेने को तैयार हैं." हालांकि, भारत सरकार की ओर से इस दावे पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.
निफ्टी और सेंसेक्स सात महीने की ऊंचाई पर
गुरुवार दोपहर 3 बजे तक बीएसई सेंसेक्स 1.45 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,506.47 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 में 1.57 प्रतिशत की छलांग लगते हुए यह 25,054.80 पर बंद हुआ. बाजार की यह तेजी पिछले सात महीनों की सबसे ऊंची स्थिति को दर्शाती है. शुरुआती कारोबार में बाजार सपाट था, लेकिन ट्रंप के बयान के बाद इसमें अचानक तेजी आ गई.
व्यापार समझौते की उम्मीदें बढ़ीं
स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने रॉयटर्स से बातचीत में कहा, "इस बात की अटकलें हैं कि व्यापार समझौता हो सकता है." ट्रंप का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत और अमेरिका के बीच पारस्परिक टैरिफ पर 90 दिनों की अस्थायी रोक लगी हुई है. इसी दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिशें हो रही हैं.
फरवरी से मजबूत हुए भारत-अमेरिका व्यापारिक संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फरवरी में व्हाइट हाउस यात्रा के बाद भारत अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने में जुट गया. ट्रंप ने उस समय भारत पर 26 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया था, जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया था. इसके जवाब में भारत ने भी प्रतिशोधात्मक शुल्क लगाने की चेतावनी दी थी.
मई में अमेरिका जाएंगे भारत के वाणिज्य मंत्री
भारत के वाणिज्य मंत्री 17 से 20 मई के बीच अमेरिका यात्रा पर रहेंगे, जहां वे ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों से द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत करेंगे. यह बैठक भारत और अमेरिका के बीच लंबित व्यापार मुद्दों को हल करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.


