भारत-सिंगापुर के बीच बढ़ेगा व्यापार, हाई कमिशनर ने डबल निवेश का किया ऐलान
India-Singapore Relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रुनेई और सिंगापुर दौरे पर हैं. पीएम मोदी के दौरे को लेकर भारत में भी सिंगापुर की चर्चा हो रही है. इस बीच सिंगापुर की कैपिटलैंड इन्वेस्टमेंट ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य भारत में अपने प्रबंधन के तहत निधियों को 2028 तक दोगुना से ज्यादा करना है, जो 30 जून तक 5.66 बिलियन डॉलर थी.
India-Singapore Trade Relations: पीएम मोदी इन दिनों ब्रुनेई और सिंगापुर दौरे पर हैं. कुछ ही घंटे पहले वो सिंगापुर पहुंचे हैं. इस बीच सिंगापुर की कैपिटलैंड इन्वेस्टमेंट ने भारत में बड़े निवेश की घोषणा की है. कैपिटलैंड इन्वेस्टमेंट ने ऐलान करते हुए कहा कि उनका लक्ष्य 2028 तक भारत में अपने प्रबंधन के तहत फंड को दोगुना से भी ज्यादा करना है, जो 30 जून तक 7.4 बिलियन सिंगापुर डॉलर (5.66 बिलियन अमेरिकी डॉलर) था. यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुधवार को सिंगापुर पहुंचने से कुछ घंटे पहले की गई है. रियल एस्टेट निवेश प्रबंधक ने कहा कि इससे कंपनी के 2028 तक 200 बिलियन सिंगापुर डॉलर के एफयूएम हासिल करने के वैश्विक लक्ष्य में योगदान मिलेगा.
समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ली ची कून ने कहा, 'देश वैश्विक निगमों और संस्थागत निवेशकों से गुणवत्तापूर्ण अचल संपत्तियों की मांग को आकर्षित कर रहा है.' कून ने कहा कि कंपनी देश में नवीकरणीय ऊर्जा और रियल एस्टेट निजी ऋण क्षेत्रों में प्रवेश के अवसर तलाशेगी. पिछले महीने, कंपनी ने भारत में बिजनेस पार्क विकास के लिए एक फंड लॉन्च किया था जिससे इसके प्रबंधन के तहत फंड में 700 मिलियन सिंगापुर डॉलर जुड़ने की उम्मीद है.
सिंगापुर के हाई कमिशनर ने किया बड़ा ऐलान
सिंगापुर के हाई कमिशनर साइमन वोंग ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, एशिया के सबसे बड़े विविधीकृत रियल एस्टेट समूहों में से एक, सिंगापुर का कैपिटलैंड, 2028 तक भारत में अपने प्रबंधन के तहत निधियों को दोगुना से अधिक बढ़ाकर S$14.8 बिलियन (>INR 90,280 Cr) करने की योजना बना रहा है.'
भारत और सिंगापुर के बीच कैसे है संबंध
भारत और सिंगापुर के बीच गहरा संबंध हैं. इन दोनों देशों का इतिहास एक सहस्राब्दी से मजबूत वाणिज्यिक, सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंधों पर आधारित है. सिंगापुर एफडीआई का प्रमुख स्रोत है, जो बाहरी वाणिज्यिक उधार और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के सबसे बड़े स्रोतों में से एक है. यह आसियान क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है.
भारत-सिंगापुर के बीच व्यापार
1. साल 2021-22 के लिए भारत सिंगापुर का 12वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार था, जिसकी सिंगापुर के समग्र व्यापार में 2.3% हिस्सेदारी थी.
2. सिंगापुर भारत का 8वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार और आसियान में सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है.
3. 2022-23 में द्विपक्षीय व्यापार 35.58 बिलियन अमेरिकी डॉलर था. उस वक्त भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय व्यापार में 18.2% की वृद्धि हुई.
4. सिंगापुर भारत में दूसरा सबसे बड़ा निवेशक है, जिसका अप्रैल 2000 से सितंबर 2023 तक संचयी एफडीआई प्रवाह 153.39 बिलियन अमेरिकी डॉलर है.
5. 2023-24 में, भारत ने सिंगापुर से 21.2 बिलियन डॉलर का आयात किया और सिंगापुर को 14.4 बिलियन डॉलर का निर्यात किया. सिंगापुर को भारत के मुख्य निर्यात में परिष्कृत पेट्रोलियम, आभूषण, तथा यात्री और मालवाहक जहाज शामिल हैं.