रमजान में पत्नी ने किया शारीरिक संबंध बनाने से इनकार, तो एक मासूम 13 साल का लड़का बना दरिंदगी और हैवानियत का शिकार!
कानपुर के बिल्हौर में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. रमजान के महीने में पत्नी के मना करने पर एक शख्स ने अपने दोस्त के साथ मिलकर ऐसा खौफनाक कदम उठाया, जिसे जानकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे. 13 साल के मासूम को अगवा कर उसके साथ जो किया गया, वो इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला है. फिरौती के खेल में कैसे हुआ बड़ा खुलासा और किस तरह पुलिस ने 24 घंटे में कातिल को दबोच लिया? पूरी कहानी जानने के लिए पूरी खबर पढ़ें!

Crime News: कानपुर के बिल्हौर में एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया. 5वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक मासूम बच्चे का पहले अपहरण किया गया, फिर उसके साथ कुकर्म कर बेरहमी से हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं, आरोपियों ने शव को कुएं में फेंक दिया और परिवार से 10 लाख की फिरौती मांग ली. पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा अब भी फरार है.
पत्नी ने शारीरिक संबंध से किया इनकार, तो बनाया खौफनाक प्लान
गिरफ्तार आरोपी नजर अली उर्फ हुसैन ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया. उसने बताया कि रमजान के महीने में उसकी पत्नी रोजे की वजह से शारीरिक संबंध बनाने से इनकार कर रही थी. इसी वजह से उसने अपने दोस्त अजहर उर्फ अज्जू के साथ मिलकर घिनौनी वारदात की साजिश रची. न सिर्फ मासूम के साथ कुकर्म किया बल्कि फिरौती मांगने के लिए उसकी हत्या भी कर दी.
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
आरोपियों ने पहले से ही 13 साल के बच्चे के अपहरण की योजना बना रखी थी. उन्हें पता था कि वह हर शाम जिम जाता है. जैसे ही वह जिम से लौट रहा था, आरोपियों ने उसे बहाने से गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर बुला लिया. वहां पहले से ही रस्सी और लोहे की रॉड तैयार रखी थी.
रात करीब 8:30 बजे दोनों आरोपियों ने बच्चे को पकड़कर रस्सी से बांध दिया. फिर उसके साथ कुकर्म किया. जब बच्चे ने शोर मचाने की कोशिश की, तो उसका मुंह कपड़े से दबा दिया. हालत बिगड़ने पर वह बेहोश हो गया. इसके बाद दोनों ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और शव को कुएं में फेंक दिया.
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
अगली सुबह 6 मार्च को पीड़ित के परिवार को फिरौती का मैसेज मिला, जिसमें लिखा था –"तुम्हारा भाई हमारे पास है. अगर उसे जिंदा चाहते हो, तो शाम 5 बजे तक 10 लाख रुपये जुटा लो. पुलिस को खबर दी तो जान से मार देंगे."
परिवार इस मैसेज को समय पर नहीं देख पाया. जब आरोपियों को लगा कि कोई जवाब नहीं आ रहा है, तो खुद हुसैन ने परिजनों से कहा कि बच्चे का फोन चेक करें. इसी से उस पर शक गहरा गया.
जब पुलिस को सूचना दी गई, तो जांच में पाया गया कि फिरौती का मैसेज उसी फोन से भेजा गया था, जो आरोपी के पास था. पुलिस ने तुरंत उसे हिरासत में लिया और तलाशी के दौरान मृतक का बंद मोबाइल उसकी जेब से बरामद हुआ. सख्ती से पूछताछ करने पर उसने पूरी वारदात कबूल ली.
फरार आरोपी की तलाश जारी
पुलिस ने एक आरोपी नजर अली उर्फ हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उसका साथी अजहर उर्फ अज्जू अब भी फरार है. पुलिस की टीमें उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैं. पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस जघन्य अपराध में और भी लोग शामिल हो सकते हैं. अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिम विजेंद्र द्विवेदी ने कहा कि पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है और बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं
यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है. एक मासूम की जिंदगी सिर्फ इसलिए छीन ली गई क्योंकि आरोपी अपनी घिनौनी इच्छाओं को पूरा करना चाहता था. ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई और मासूम इस तरह की हैवानियत का शिकार न बने.


