'‘मेरे खिलाफ गहरी साजिश...' अपने ही परिवार में क्यों सेफ नहीं थी सीता सोरेन
Lok Sabha Election 2024: झारखंड की राजनीति में सीता सोरेन को दूसरी अपर्णा यादव भी कहा जाता है. जिसने अपने ही परिवार के राजनीति में सेंधमारी का काम किया. झामुमो छोड़ते वक्त सीता सोरेन ने अपने परिवार पर कई तरह के गंभीर आरोप भी लगाए थे.

Lok Sabha Election 2024: सीता सोरेन झारखंड के दुमका से लोकसभा चुनाव लड़ रही है. बीजेपी ने इन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है. सीता सोरेन झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बहू व स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं. इन्होंने इसी साल झामुमो से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन किया है. इनका बीजेपी में शामिल होना संताल परगना की राजनीती में बड़ा तुफान था. 1 जून को दुमका की सीट पर चुनाव है. तो आइए आपको बताते इनके अनसुने किस्से.
सीता सोरेन और हेमंत सोरेन के बीच टकराव
झारखंड की राजनीति में ऐसा माना जाता है कि सीता सोरेन और हेमंत सोरेन के बीच सियासी वर्चस्व का टकराव है. सीता सोरेन राजनीति में अपने पति के मौत के बाद आई हैं. दुर्गा सोरेन के निधन हो जाने के बाद ही शिबू सोरेन ने अपने मंझले बेटे हेमंत सोरेन को राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में आगे बढ़ाना शुरू किया तो सीता सोरेन भी राजनीति में आईं. हेमंत सोरेन ने 2019 विधानसभा चुनाव में खुद को शिबू सोरेने के वारिस के तौर पर साबित भी किया तो सीता सोरेन तीसरी बार विधायक बनकर दुर्गा सोरेन की सियासत को आगे बढ़ाने का काम किया.
पारिवारिक कलह से थी परेशान
हालांकि पारिवारिक कलह के चलते इन्होंने झामुमो छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया. झारखंड की राजनीति में इनको दूसरी अपर्णा यादव भी कहा जाता है. जिसने अपने ही परिवार के राजनीति में सेंधमारी का काम किया. झामुमो छोड़ते वक्त सीता सोरेन ने अपने परिवार पर कई तरह के गंभीर आरोप भी लगाए थे. उस दौरान उन्होंने कहा था कि ‘मेरे परिवार के खिलाफ गहरी साजिश रची जा रही है. मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा की केंद्रीय महासचिव और सक्रिय सदस्य हूं. वर्तमान में पार्टी की विधायक हूं, अत्यंत दुखी ह्रदय के साथ अपना इस्तीफा दे रहा हूं.’ सीता सोरेन ने पत्र में कहा, ‘मेरे स्वर्गीय पति दुर्गा सोरेन झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे. उनके निधन के बाद से ही मैं और मेरा परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार रहे हैं.’


