Babygirl review: Babygirl में पसंद आ रही Nicole Kidman की एक्टिंग, जानिए कैसी है फिल्म की कहानी
हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री Nicole Kidman ने फिल्म 'Babygirl' में अपनी दमदार और बोल्ड परफॉर्मेंस से एक बार फिर दर्शकों को चौंका दिया है. यह फिल्म महिला इच्छाओं, शक्ति संतुलन और सामाजिक नैतिकता को चुनौती देने वाली डार्क और इमोशनल साइकोड्रामा है. निर्देशक Halina Reijn ने इसे गहरी और संवेदनशील कहानी के रूप में प्रस्तुत किया है. तो चलिए जानते हैं फिल्म की कहानी कैसी है.

हॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री Nicole Kidman अपनी हर फिल्म में कुछ नया कर दिखाने का हुनर रखती हैं. उनकी हालिया रिलीज़ 'Babygirl' एक डार्क, बोल्ड और इमोशनल साइकोड्रामा है, जो महिला इच्छाओं और समाज के बनाए नैतिक बंधनों पर करारा प्रहार करता है. Halina Reijn के निर्देशन में बनी यह फिल्म दर्शकों को बांधे रखने में पूरी तरह सफल होती है, खासकर Nicole Kidman की दमदार परफॉर्मेंस के कारण.
फिल्म की कहानी
फिल्म में Nicole Kidman (Romy) एक सफल बिजनेसवुमन का किरदार निभा रही हैं, जिनकी जिंदगी बाहर से देखने में पूरी तरह परफेक्ट लगती है. उनके पास न्यूयॉर्क का शानदार अपार्टमेंट, शहर के बाहर एक सुंदर बंगला और एक थिएटर डायरेक्टर पति Jacob (Antonio Banderas) है. इसके अलावा, उनकी दो बेटियां Isabel (Esther McGregor) और Nora (Vaughan Reilly) भी हैं. लेकिन उनके जीवन की यह चमकदार तस्वीर एक गहरे असंतोष को छिपाए हुए है.
उनके पति के साथ शारीरिक संबंधों में ठंडापन है, जिसे फिल्म की शुरुआत में ही दिखाया जाता है. इसी दौरान उनकी मुलाकात होती है Samuel (Harris Dickinson) से, जो उनकी कंपनी में एक युवा, आत्मविश्वासी और करिश्माई इंटर्न है. यहीं से फिल्म की कहानी में दिलचस्प मोड़ आता है एक बेहद जुनूनी रिश्ते की शुरुआत होती है.
महिला इच्छाओं का बेबाक चित्रण
Romy को शुरू में अहसास होता है कि यह रिश्ता गलत है, लेकिन वह खुद को रोक नहीं पातीं. जैसे-जैसे यह रिश्ता आगे बढ़ता है, फिल्म उन जटिलताओं को दिखाती है जो एक महिला की शक्ति और उसकी इच्छाओं के बीच मौजूद तनाव को उजागर करती हैं. Romy हमेशा से सशक्त और प्रभावशाली रही हैं, लेकिन इस बार वह एक युवा पुरुष के सामने खुद को बेबस महसूस करती हैं.
निर्देशक Halina Reijn ने इन दृश्यों को एक इंडी फिल्म जैसी सच्चाई और संवेदनशीलता के साथ पेश किया है. फिल्म में महिला इच्छाओं और शक्ति-संतुलन को किसी भी रूढ़िवादी नैतिकता से परे रखकर दर्शाया गया है.
Nicole Kidman ने की शानदार एक्टिंग
Nicole Kidman ने इस फिल्म में एक साहसिक और बेबाक परफॉर्मेंस दी है. उन्होंने न सिर्फ भावनात्मक रूप से बल्कि शारीरिक स्तर पर भी पूरी तरह से किरदार को आत्मसात किया है. वह हर दृश्य में इतनी प्रामाणिक लगती हैं कि दर्शकों को Romy की उलझन, उसका जुनून और उसकी लाचारी साफ महसूस होती है. फिल्म में एक बेहद बोल्ड सीन, जहां Romy अपने सहकर्मियों के सामने Samuel द्वारा दिया गया दूध पीती हैं, न केवल एक जबरदस्त सिनेमाई पल बन जाता है, बल्कि यह वर्कप्लेस डायनामिक्स पर भी एक मज़बूत टिप्पणी करता है.
फिल्म की कमजोर कड़ी
हालांकि, फिल्म की सबसे बड़ी समस्या इसका अंत है. शुरुआत में खतरे और रोमांच का जबरदस्त प्रभाव बनता है, लेकिन अंतिम भाग में फिल्म कुछ ज्यादा ही संयमित हो जाती है. ऐसा लगता है जैसे निर्देशक ने Romy को ज्यादा दंडित करने से बचाने के लिए कहानी को जल्दी समेट दिया. अगर इसकी तुलना की जाए तो, 1985 में आई बंगाली फिल्म 'Parama' ने इस विषय को ज्यादा गहराई और साहस के साथ पेश किया था. 'Babygirl' उस स्तर तक नहीं पहुंच पाती, जिससे अंत में थोड़ा अधूरापन महसूस होता है.
क्यों देखें 'Babygirl'?
हालांकि फिल्म में कुछ खामियां हैं, लेकिन Nicole Kidman का करिश्माई अभिनय इसे देखने लायक बना देता है. यह फिल्म महिला इच्छाओं और शक्ति-संतुलन पर बनी सबसे बेबाक फिल्मों में से एक है. अगर आप गहरी, बोल्ड और थ्रिलिंग कहानियों के शौकीन हैं, तो यह फिल्म आपके लिए मस्ट-वॉच है.


